छो बॉट: कोष्टक () की स्थिति सुधारी।
छो "Tyskie.JPG" को हटाया। इसे कॉमन्स से INeverCry ने हटा दिया है। कारण: Per commons:Commons:Deletion requests/Files uploaded by Spacekid
पंक्ति 7:
एक एकड़ बोने के लिये 30-40 सेर बीज की आवश्यकता होता है। बीज बीजवपित्र (seed drill) से, या हल के पीछे कूड़ में, नौ नौ इंच की समान दूरी की पंक्तियों मे अक्टूबर नवंबर में बोया जाता है। पहली सिंचाई तीन चार सप्ताह बाद और दूसरी जब फसल दूधिया अवस्था में हो तब की जाती है। पहली सिंचाई के बाद निराई गुड़ाई करनी चाहिए। जब पौधों का डंठल बिलकुल सूख जाए और झुकाने पर आसानी से टूट जाए, जो मार्च अप्रैल में पकी हुई फसल को काटना चाहिए। फिर गट्ठरों में बाँधकर शीघ्र मड़ाई कर लेनी चाहिए, क्योंकि इन दिनों तूफान एवं वर्षा का अधिक डर रहता है।
[[चित्र:Various grains.jpg|right|thumb|300px|जौ, जई एवं उनसे बने कुछ उत्पाद]]
 
[[चित्र:Tyskie.JPG|right|thumb|300px|पोलैण्ड की जौ से बनी बीयर]]
बीज का संचय बड़ी बड़ी बालियाँ छाँटकर करना चाहिए तथा बीज को खूब सुखाकर घड़ों में बंद करके भूसे में रख दें। एक एकड़ में ८-१० क्विंटल उपज होती है। भारत की साधारण उपज 705 पाउंड और इंग्लैंड की 1990 पाउंड है। शस्यचक्र की फसलें मुख्यत: चरी, मक्का, कपास एवं बाजरा हैं। उन्नतिशील जातियाँ, सी एन 294 हैं। जौ का दाना लावा, [[सत्तू]], [[आटा]], [[माल्ट]] और [[शराब]] बनाने के काम में आता है। [[भूसा]] जानवरों को खिलाया जाता है।
 
"https://hi.wikipedia.org/wiki/जौ" से प्राप्त