"भूत": अवतरणों में अंतर
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* '''भूतकाल''' जो समय बीत चुका है।
* [[पंचभूत]] - क्षिति(पृथ्वी)-जल(द्रव)-पावक(अग्नि)- गगन(शून्य)- समीरा(वायु) । इनको भारतीय दर्शन में ''भूत'' कहते हैं जिनसे सभी जड़ (निर्जीव) पदार्थ बने हैं । शब्द ''भौतिक'' भी इसी मूल से आया है ।
* '''[[पिशाच]]''': भूत शब्द का प्रयोग मरणोपरान्त किसी प्राणी के अस्तित्व अथवा स्मृतियों को इंगित करने के लिए भी किया जाता है। यद्यपि मरनोपरान्त प्राणी का अस्तित्व शेष रहना वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित नही किया जा सका है, किन्तु कुछ लोग इसमें विश्वास करते हैं।
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