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Surenders25 (वार्ता | योगदान) |
Surenders25 (वार्ता | योगदान) (→गैलिलीयो एवं न्यूटन के सिद्धांत: वर्तनी/व्याकरण सुधार) |
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== गैलिलीयो एवं न्यूटन के सिद्धांत ==
न्यूटन (सन् १६४२-१७२७) ने अपने काल में प्रचलित गति संबंधी विचारों का समन्वय करते हुए गति के व्यापक सिद्धांत का प्रतिपादन किया। इस सिद्धांत का सौर परिवार के सभी पिंडों के लिए अनुप्रयोग करने पर
गतिमापन के लिए न्यूटन को एक ऐसे आधार की आवश्यकता थी जिसके सापेक्ष गति की गणना की जा सके। आकाशीय पिडों के लिए यह आधार सौर परिवार का द्रव्यमानकेंद्र और वे दिशाएँ मान ली जाती हैं जो स्थिर तारों के सापेक्ष नहीं बदलतीं। पार्थिव गति के लिये आधार कुछ भी मान सकते हैं, किंतु गति की व्याख्या इस प्रकार की जाती है कि न्यूटन के नियम ठीक बैठते हैं। इस आधार को
== गुरूत्वाकर्षण नियम ==
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