"नये पत्ते": अवतरणों में अंतर

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'''नए पत्ते''' भारत के महान कवि एवं साहित्यकार [[सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला']] की एक कृति है। इसमें व्यंगपरक कविताओं का संग्रह है। अणिमा के प्रकाशन के बाद निराला अपनी इन व्यंग्यपरक रचनाओं को "कांटा" नाम से प्रकाशित करवाना चाहते थे पर बाद में उन्होंने इस संकलन का नाम बदल कर "नए पत्ते" कर दिया।<ref name="RV2">[https://books.google.co.in/books?id=NIHkdZXOItsC&lpg=PA12&ots=yLJAzMYinq&dq=%E0%A4%85%E0%A4%A3%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%20%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE&pg=PA13#v=onepage&q=%E0%A4%85%E0%A4%A3%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%20%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BE&f=false निराला रचनावली (भाग-2)], पृष्ठ-13</ref> इसका प्रकाशन वर्ष मार्च 1946 माना जाता है।<ref name="RV2"></ref>
'''{{PAGENAME}}''' भारत के महान कवि एवं साहित्यकार [[सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला']] की एक कृति है।
 
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