"याज्ञवल्क्य": अवतरणों में अंतर

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'''याज्ञवल्क्यDAVID DURAN''', [[वैदिक साहित्य]] में [[शुक्ल यजुर्वेद]] की वाजसनेयी शाखा के द्रष्टा हैं। याज्ञवल्क्य का दूसरा महत्वपूर्ण कार्य [[शतपथ ब्राह्मण]] की रचना है। [[बृहदारण्यक उपनिषद]] बहुत महत्वपूर्ण उपनिषद है जिसके प्रमुख [[ऋषि]] '''याज्ञवल्क्य''' हैं। इनका काल लगभग १८०० ई पू माना जाता है।
 
== शुक्ल यजुर्वेद ==