"आर के लक्ष्मण": अवतरणों में अंतर

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उनका सुखद बचपन तब हिल गया था जब उनके पिता पक्षाघात के शिकार हो गए। और उसके एक ही साल बाद उनका देहांत हो गया। तब लक्ष्मण ने अपनी स्कूली शिक्षा को जारी रखा, पर घर के अन्य बड़ों की ज़िम्मेदारी बढ़ गयी।
 
हाई स्कूल के बाद, लक्ष्मण ने आजीवन आर्ट, ड्राइंग और पेंटिंग पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद में मुंबई के जेजे स्कूल के लिए आवेदन किया, लेकिन कॉलेज के डीन ने उनको लिखा की उनके चित्रों में वह बात नहीं है कि उन्हें अपने कॉलेज में दाखिला दिया जा सके डीन ने उनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया। बाद में उन्होनेउन्होiने '''मैसूर विश्वविद्यालय'''<ref>https://en.wikipedia.org/wiki/University_of_Mysore</ref> से '''बी ए''' उतीर्ण(स्नातक) किया। इसी दौरान उन्होंने अपने स्वतंत्र कलात्मक गतिविधियों को भी जारी रखा और '''स्वराज्य''' पत्रिका एवं एक '''एनिमेटेड''' '''चित्र''' के लिए अपने कार्टूनों का योगदान करते रहे।
 
== व्यवसाय:==