"ग्रीन केमिस्ट्री": अवतरणों में अंतर

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'''ग्रीन केमिस्ट्री'''
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ग्रीन केमिस्ट्री [[रसायनशास्त्र]] की एक ऐसी शाखा है जो रसायनशास्त्र के अन्य सभी शाखाऍ जैसे कार्बनिक, अकार्बनिक, अनुसन्धानिक, पर्यावरण, भौतिक आदि को प्रभावित करती है। ग्रीन केमिस्ट्री पर्यावरण रसायन की तरह नही है क्यौंकी पर्यावरण रसायन मे [[पर्यावरण]]मे हो रहे रसायनिक बदलाव और गतिविधियो, पर्यावरण [[प्रदूषण]] और उसके कारण जेसे कई [[प्रदूषक]] और उनके प्रभावो का वर्णन किया जाता है पर ग्रीन केमिस्ट्री मे [[उद्योग]] रसायनो से प्रक्रुति मे हो रहे विनाशकरी बदलावो को कम करने और से प्राप्त रसायनिक उत्पादनो को अच्छा और उपयोगी बनाने कि कोशिश की जाती है। ग्रीन केमिस्ट्री [[धरती]] और पर्यावरण को रसायनो के दुश्प्रभावो से मुक्त करने मे विश्वास करती है।
[[रसायनशास्त्र]] फेस्द्द्स्च्व्ज्द्ञ्द् [[पर्यावरण]] न्म्च्द्स्च्द्च्द्ज् [[प्रदूषण]] एफ्च्फ्फ्द्द् [[प्रदूषक]] द्स्च्स्च् [[उद्योग]] स्द्स्द्व्फ्द्स्व् [[धरती]]
ग्रीन केमिस्ट्री शब्द का इस्तेमाल पहली बार पौल अनस्तस ने सन् १९९१ मे किया था। ग्रीन केमिस्ट्री शब्द का उपयोग हमेशा रसायनशास्त्र और उद्योग के साथ किया जाता है।
 
 
==सिद्धान्त==
==प्रवृत्तियों==
ग्रीन केमिस्ट्री मे हमेशा इस बात का ख्याल रखा जाता है कि किसी भी रसायन के निर्माण मे कम से कम खर्चा हो, सरलता से बनाने की विधी का उपायोग हो, रसायन को कम से कम हानिकारक बनाना या बिल्कुल भी हानिकारक न होना, उस रसायन को किस चीज़ मे सम्भाल कर रखा जा सकता है उसका पता लगाना और निर्माण करना फिर उस रसायन को इस तरह से शुद्ध करना की उससे किसी भी तरह का खतरा ना हो और सबसे ज़रूरी है की पर्यावरण को कोई नुकसान न हो और धरती हरियाली, खुशाली से सम्पन्न रहे। आनेवाले समय मे ग्रीन केमिस्ट्री का उपयोग एक मज़बूत औज़ार कि तरह किया जा सकता है जिससे इन्सान और प्रक्रुति के बीच का संबन्ध कायम रहे।
==शिक्षा==
[[भारत]] के सभि लोग् [[विश्वविद्यालय]]
==विवाद==
[[अमेरिका]] [[युरोप]]