"विकासात्मक मनोविज्ञान": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 11:
 
===(२) शैशव===
जन्म से पह्ले वर्ष तक बच्चा शिशु माना जाता है। ज़्यादा तर सारे नवजात शिशु अपना समय सोने मे निकाल देते है। शिशु दिन रात सोते है पर कुछ महीने गुज़र जाने के बाद शिशु आम तौर पर प्रतिदिन सोता है। शैशव अनुभूति के ऊपर थोडी दृष्टि डालते है। शैशव अनुभूति का मतलब जो नवजात शिशु देख सकता, गंध, स्वाद और स्पर्श , सुन सकतेसकता हैं।
ज़्यादा तर शिशुओ की दृष्टि वयस्क बच्चो से खराब होती है।
शिशुओ की दृष्टि प्रारंभिक दौर मे धुँधली होती है पर समय के साथ सुधरने लगती है। छह महीने हो जाने के बाद शिशु की दृष्टि अच्छी हो जाती है।सुनवाई दृष्टि के विपरीत, जन्म से पूर्व अच्छी तरह से विकसित है। शिशुओ एक ध्यानि से आती दिशा को पता लगाने मे काफी अच्छे है और १८ महीने से उनके सुनने की क्षमता एक वयस्क के लगभग बराबर है।नवजात शिशु गंध और स्वाद वरीयताओ के साथ जन्म लेता है। शिशु अलग अभिव्यक्ति दिख्लाता है जब उसको सुखद या अप्रिय गंध और स्वाद से प्रसतुत कराया जाता है।