"लखीमपुर, उत्तर प्रदेश": अवतरणों में अंतर

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यह [[भारत]] के [[उत्तर प्रदेश]] प्रान्त का एक शहर है |यह [[लखीमपुर खीरी जिला]] में आता है। "खीरी" उत्तर प्रदेश राज्य का एक जिला है। यह जिला भारत-नेपाल सीमा और पीलीभितपीलीभीत, शाहजहांपुर, हरदोई, सीतापुर एवं बेहराइच जिलों से घिरा हुआ है। खीरी को '''''लखीमपुर-खीरी''''' जिले के नाम से भी जाना जाता है। पहले इस जगह को ''लक्ष्मीपुर जिले'' के नाम से जाना जाता था। पुराने समय में यह जिला खर के वृक्षों से घिरा हुआ था। अत: खीरी नाम खर वृक्षों का ही प्रतीक है। यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गोला- गोकरनाथ(छोेटी काशी), देवकाली, लिलौटीनाथ और फ्रांग मंदिर(ई॰ १८६०-१८७०) आदि विशेष रूप से प्रसिद्ध है। क्षेत्रफल की दृष्टि(लगभग ७६८० वग॔ किलोमी॰) से यह जिला उत्तर प्रदेश केका सबसे बड़ेबड़ा जिलों में सेजिला हैं।
== भूगोल ==
 
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== यातायात ==
यातायात के विभिन्न साधनों की सुविधा जिले में मिलती है। मुख्य रुप से बस और रेल यातायात सुविधाओं के जरिए लखीमपुर पहुंचा जा सकता है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से मात्र 135 किमी की दूरी पर स्थितयह शहर लखीमपुर स्थित है ।लखीमपुर खीरी जनपद के पलियाकलां में हवाई पट्टी होने के चलते कुछ घरेलु उड़ाने से भी पहुंचा जा सकता है। लेकिन पलिया से बस की सहायता से सड़क मार्ग के जरिए जिले के बाकी हिस्सों में पहुंचा सकता है।
 
== पर्यटन स्थल ==
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=== मेंढक मंदिर ===
[[चित्र:Frogtemple5.jpg|thumb|फ्राग मंदिर]]
लखीमपुर से सीतापुर मार्ग पर स्थित लखीमपुर से 12१२ किलोमीटर की दूरी पर ऑयल शहर फ्रॉग मंदिर के लिए काफी प्रसिद्ध है। इस मंदिर का निर्माण 1870१८७० ई. में करवाया गया था। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह मंदिर मेढ़क के आकार में बना हुआ है। मंदिर में दो प्रवेश द्वार है। जिसका प्रमुख द्वार पूर्व दिशा की और दूसरा दक्षिण दिशा की ओर खुलता है। देवकाली शिव मंदिर: देवकाली शिव मंदिर एक ऐतिहासिक मंदिर है। यह मंदिर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले से सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। भगवत गीता के अनुसार राजा परीक्षित ने अपने बेटे के जन्म पर नाग यज्ञ का आयोजन किया था। सभी सांप यज्ञ मंत्र की शक्ति से उस हवन कुंड में कूद पड़े। इस यज्ञ के पश्चात् उस क्षेत्र में कभी कोई सांप नहीं पाया गया। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की पवित्र धरती इस जगह पर किसी सांप को यहां आने नहीं देती है। इस मंदिर का नाम भगवान ब्रह्मा की पुत्री देवकाली के नाम पर रखा गया है। क्योंकि उन्होंने इस स्थान पर कड़ी तपस्या की थी।
 
=== दुधवा राष्ट्रीय उद्यान ===
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=== गुरूद्वारा कोडीवाल छट साहिब ===
यह गुरूद्वारा खीरी जिले के बाबापुर में स्थित है। गुरूद्वारा कोडीवाल छट साहिब घाघर नदी के तट पर स्थित है। माना जाता है कि इस स्थान पर सिखों के प्रथम गुरू, गुरू नानक जी ने 1514१५१४ ई. में शिविर लगाया था। इस पुराने गुरूद्वारे में एक विशाल कमरा और पवित्र कुण्ड भी स्थित है।
 
== आवागमन ==