"संधि (व्याकरण)": अवतरणों में अंतर

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:निः + रोग = निरोग ; निः + रस = नीरस
 
'''(छ)''' विसर्ग के बाद क, ख अथवा प, होने+ परकरण विसर्ग= में कोई परिवर्तन नहीं होता। जैसे -अंतःकरण
 
:अंतः + करण = अंतःकरण
 
== संधि की सारणी ==