"ताप्ती नदी": अवतरणों में अंतर

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| source_Region = [[मध्य]]
| source_elevation = 730
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| source_lat_m = 46
| source_lat_s = 11.9994
| source_lat_NS = N
| source_long_d = 78
| source_long_m = 15
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| source_long_EW = E
<!-- *** Mouth *** -->
| mouth_name = [[खम्भात की खाड़ी]] ([[अरब सागर]])
| mouth_location = दुमास, सूरत
| mouth_region = [[गुजरात]]
| mouth_country = भारत
| mouth_lat_d = 21
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| mouth_lat_s = 34.1586
| mouth_lat_NS = N
| mouth_long_d = 72
| mouth_long_m = 42
| mouth_long_s = 42.015
| mouth_long_EW = E
| mouth_elevation = 0
<!-- *** Image *** --->
| image = Tapi paramoma 3.jpg
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यह नदी पूर्व से पश्चिम की ओर लगभग 725 किलोमीटर की दूरी तक बहती है और [[खम्बात की खाड़ी]] में जाकर मिलती है। [[सूरत]] बन्दरगाह इसी नदी के मुहाने पर स्थित है। इसकी प्रधान उपनदी का नाम [[पूर्णा]] है। इस नदी को सुर्यपुत्री भी कहा जाता है।<ref name="मां"> {{Cite web|url = http://maasuryaputritapati.com/NewsDescription.aspx?id=4081|title = ताप्ती|publisher = मां सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति}} </ref>
 
समुद्र के समीप इसकी ३२ मील की लंबाई में [[ज्वार भाटा|ज्वार]] आता है, किंतु छोटे जहाज इसमें चल सकते हैं। पुर्तगालियों एवं अंग्रेजों के इतिहास में इसके मुहाने पर स्थित स्वाली बंदरगाह का बड़ा महत्व है। गाद जमने के कारण अब यह [[बंदरगाह]] उजाड़ हो गया है।
 
== नाम ==
ताप्ती नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश के [[बैतूल जिला|बैतूल जिले]] में मुल्ताई नामक स्थान है। इस स्थान का मूल नाम मूलतापी है जिसका अर्थ है तापी का मूल या तापी माता। [[हिन्दू मान्यता|हिन्दू]] मान्यता अनुसार ताप्ती को [[सूर्य देवता|सूर्य]] एवं उनकी एक पत्नी [[छाया]] की पुत्री माना जाता है और ये [[शनि (ज्योतिष)|शनि]] की बहन है। [[थाईलैंड]] की तापी नदी का नाम भी अगस्त १९१५ में भारत की इसी ताप्ती नदी के नाम पर ही रखा गया है। [[महाभारत]], [[स्कंद पुराण]] एवं [[भविष्य पुराण]] में ताप्ती नदी की महिमा कई स्थानों पर बतायी गई है।</ref name="मां">