"गुमला": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
पंक्ति 2:
गुमला जिला में तीन विधानसभा सीट गुमला,सिसई,एवं विशुनपुर ऐ तीनो सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है जिसमे गुमला से बीजेपी बिधायक शिवशंकर भगत,सिसई से समीर उराँव जो झारखण्ड विधानसभा के अध्यक्ष हैं,विशुनपुर से चमरा लिंडा झामुमो विधायक हैं। गुमला और लोहरदगा मिलाकर एक लोहरदगा संसदीए सिट है ओ भी एस.टी.के लिए आरक्षित सीट है जिसमे बीजेपी के सांसद सुदर्शन भागत हैं केंद्र में सामाजिक एवं अधिकारिता न्याय राज्य मंत्री हैं।
गुमला में लगभग 70% एस.टी. आबादी और बाकि 30% ओ बी सी और सामान्य जाती के लोग रहते हैं। किन्तु गुमला जिला में सरकारी नौकरीयों में केवल एस.टी.के लिए 100% सीट आरक्षित की गई है ओबीसी ओर सामान्य जाती के लोगों की अनदेखी की गई है।
गुमला को "उड़ीसा और छत्तीसगढ़ का प्रवेश द्वार"कहा जाता है।
गुमला के पर्यटक स्थल:-
1:-टाँगीनाथ धाम(मंझगांव,डुमरी प्रखंड) यहाँ भगवान शिव का मंदिर है जो लगभग 800ईo में निर्मित पाल कला का सर्वोत्तम उदहारण है।
2:-आंजन धाम(आंजन गाँव,गुमला प्रखंड)यहाँ माना जाता है की भगवान हनुमान का जन्म हुआ था यहाँ हनुमान बाल्य अवस्था में अपनी माँ अंजना के गोद में है जो इस प्रकार का पुरे विश्व में एकमात्र मूर्ति है। इसके अलावे यहाँ शिवलिंग पर शिव चक्र धारण किय हुए हैं जो पुरे विश्व में एकमात्र इस प्रकार का शिवलिंग है।
3:-महामाया मंदिर(हपमुनी गाँव,घाघरा प्रखंड) यहाँ माँ शक्ति पीठ स्थापित है जिसके लिए 908ईo में नागवंशी राजा गंग्घट राय ने कराया जिसके प्रथम पुजारी मराठी ब्राह्मण हरिनाथ थे।
3अ:-हपमुनी मंदिर(हपमुनी गाँव,घाघरा प्रखंड) इसका निर्माण 1401ईo में नागवंशी राजा शिवदास कर्ण ने विष्णु भगवान का मंदिर बनवाया जिसके प्रथम पुजारी मराठा ब्राह्मण शियानाथ देव थे।
नोट:-किन्तु पुराने मंदिर के जर्जर अवस्था में होने के कारण माँ शती और विष्णु के मूर्ति को एक ही मंदिर में स्थापित कर दिया गया है। (विवरण प्रस्तुतकर्ता विजय कुमार,गुमला मो.न.9693739997)
 
| नगर का नाम = गुमला
"https://hi.wikipedia.org/wiki/गुमला" से प्राप्त