"समाजवाद": अवतरणों में अंतर
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=== फेबियसवाद ===
'''{{मुख्य|फ़ेबियन समाजवाद
[[ब्रिटेन]] में [[फेबियन सोसायटी]] की स्थापना सन् 1883-84 ई. में हुई। [[रॉवर्ट ऑवेन]] तथा [[चार्टिस्ट आंदोलन]] के प्रभाव से यहाँ स्वतंत्र मजदूर आंदोलन की नींव पड़ चुकी थी, फेबियन सोसाइटी ने इस आंदोलन को दर्शन दिया। इस सभा का नाम फेबियस कंकटेटर फेबियन (Fabius Cunctater) के नाम से लिया गया है। फेबियस प्राचीन [[रोम]] का एक सेनानी था जिसने कार्थेंज के प्रसिद्ध सेनानायक हन्नीबल (Hannibal) के विरुद्ध संघर्ष में धैर्य से काम लिया और गुरीला नीति द्वारा उसको कई वर्षों में परास्त किया। इसी प्रकार फेबियन समाजवादियों का विचार है कि पूँजीवाद को केवल एक मुठभेड़ में क्रांतिकारी मार्ग द्वारा परास्त नहीं किया जा सकता। इसके लिए पर्याप्त काल तक सोच-विचार और तैयारी की आवश्यकता है। इनका तरीका विकास और सुधारवादी है। स्वतंत्र मजदूर दल की स्थापना के पूर्व ये ब्रिटेन के विभिन्न राजनीतिक दलों में प्रवेश कर अपना उद्देश्य पूरा करना चाहते थे। इनका मुख्य ध्येय चरम नैतिक संभावनाओं के अनुसार समाज का पुनर्निर्माण था। ये राज्य को वर्गशासन का यंत्र न मानकर एक सामाजिक यंत्र मानते हैं जिसके द्वारा समाजकल्याण और समाजवाद की स्थापना संभव है। इन विचारकों ने न केवल संसद् वरन् नगरपालिका और ग्रामीण क्षेत्रीय परिषदों द्वारा भी समाजवादी प्रयोगों का कार्यक्रम अपनाया। अत: इनके विचारों को लोकतंत्रीय, संसदीय, बैलट बक्स, चुंगी, विकास अथवा सुधारवादी समाजवाद की संज्ञा दी जाती है। इन विचारकों में प्रमुख [[सिडनी जेम्स वेव|सिडनी वेब]] (Sydney Webb), [[जाज बर्नाड शॉ]], कोल (G. D. H. Cole), [[ऐनी बेसेंट]] (Anne Besant), [[ग्रहम वालस]] (Grahem Wallace) इत्यादि हैं। इन विचारकों पर ब्रिटिश परंपरा, [[उपयोगितावाद]], राबर्ट ऑवेन, ईसाई समाजवाद और चार्टिस्ट आंदोलन तथा [[जॉन स्टुआर्ट मिल]] के अर्थशास्त्रियों के विचारों का गहरा प्रभाव है।
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