"कैथल": अवतरणों में अंतर
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कैथल से कई ऐतिहासिक और पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। पुराणों के अनुसार, पुराणों के अनुसार इसकी स्थापना [[युधिष्ठिर]] ने की थी तथा इसे वानर राज [[हनुमान]] का जन्म स्थान माना जाता है।<ref name="nic-history">{{cite web | url=http://kaithal.nic.in/history.htm | title=History- Official Website of Kaithal | publisher=Haryana Government | accessdate=9 अप्रैल 2015}}</ref> इस कारण से इस नगर का प्राचीन नाम कपिस्थल पड़ा, जो कालांतर में कैथल हो गया। [[वैदिक सभ्यता]] के समय में कपिस्थल कुरू साम्राज्य का एक प्रमुख भाग था जैसा कि मानचित्र में देखा जा सकता है।
[[चित्र:Map of Vedic India.png|thumb|
इतिहास के अनुसार यह भारत की पहली महिला शासक रजिया सुल्तान ([[इल्तुतमिश]] की पुत्री) के साम्राज्य का एक भाग था। 13 नवंबर 1240 को रजिया यहीं मृत्यु को प्राप्त हुई। दिल्ली में विद्रोह के बाद रजिया सुल्तान को वहाँ से भागना पड़ा। कैथल में दिल्ली की व्रिदोही सेनाओं ने पकड़ लिया और एक भयंकर युद्ध में रजिया सुल्तान मारी गई थी। एक अन्य मान्यता के अनुसार यहाँ के स्थानीय लोगों ने उसे मार डाला था। मृत्यु के बाद उन्हें यहीं दफना दिया गया और आज भी उसकी कब्र यहाँ मौजूद है। <ref name="nic-history" />
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