"गुमला": अवतरणों में अंतर
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गुमला 1902ई● में अनुमंडल बना और 1983ई● में जिला बना।गुमला जिला में कुल 12 प्रखंड हैं जो इस प्रकार हैं। गुमला,घाघरा,विशुनपुर,रायडीह,चैनपुर, डुमरी,जारी,सिसई,भरनो,बसिया,और कामडारा।
गुमला जिला में तीन विधानसभा सीट गुमला,सिसई,एवं विशुनपुर ऐ तीनो सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है जिसमे गुमला से बीजेपी बिधायक शिवशंकर भगत,सिसई से समीर उराँव जो झारखण्ड विधानसभा के अध्यक्ष हैं,विशुनपुर से चमरा लिंडा झामुमो विधायक हैं। गुमला और लोहरदगा मिलाकर एक लोहरदगा संसदीए सिट है ओ भी एस.टी.के लिए आरक्षित सीट है जिसमे बीजेपी के सांसद सुदर्शन भागत हैं केंद्र में सामाजिक एवं अधिकारिता न्याय राज्य मंत्री हैं।
गुमला में लगभग
गुमला को "उड़ीसा और छत्तीसगढ़ का प्रवेश द्वार"कहा जाता है।
गुमला के पर्यटक स्थल:-
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6:-सदनी घाघ जलप्रपात(चैनपुर प्रखंड) यह संख नदी पर चैनपुर प्रखंड में है जो झारखण्ड का तीसरा सबसे ऊँचा जलप्रपात है इसकी ऊंचाई 60मीटर / 200फिट है।
7:-नगफेनी जलप्रपात(नगफेनी गाँव,सिसई प्रखंड) यहाँ प्राचीन नागवंशी किला अवस्थित है एवम जलप्रपात के पास काफी मनोहारी दृश्य है जो वनभोज के लिए लोगों को आकर्षित करता है।
(विवरण प्रस्तुतकर्ता
| नगर का नाम = गुमला
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| शासक का नाम 2 =
| ऊँचाई =
| जनगणना का वर्ष =
| जनगणना स्तर =
| जनसंख्या =
| घनत्व =
| क्षेत्रफल =
| दूरभाष कोड = 91-6524
| पिनकोड =
| वाहन रेजिस्ट्रेशन कोड =
| unlocode =
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