"विश्वयुद्धों के मध्य की अवधि": अवतरणों में अंतर

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===निःशस्रीरण के प्रयास===
राष्ट्रसंघ की प्रसंविदा की धारा 8 में संघ के सदस्यों ने स्वीकारा था कि विश्व शांति की स्थापना हेतु [[निःशस्रीकरणनिःशस्त्रीकरण]] आवश्यक है। इस संबंध के 1921 ई. में राष्ट्रसंघ ने एक आयोग गठित किया। 1923 ई. में इस आयोग ने मसौदा तैयार किया। इसके अनुसार -
 
*(१) संघ के किसी भी सदस्य देश पर कोई देश आक्रमण करता है, तो सदस्य देश उस देश की रक्षा करेंगे।
 
*(२) निःशस्रीकरणनिःशस्त्रीकरण हेतु राष्ट्रसंघ की परिषद हितों के अनूकूल सभी राष्ट्र शस्रों की कमी करें। सितम्बर 1923 में राष्ट्रसंघ की चतुर्थ सभा संपन्न हुई, उसमें यह मसौदा निर्विरोध स्वीकार कर लिया गया। जिनेवा प्रोटोकाल (1924) निःशस्रीकरणनिःशस्त्रीकरण की दिशा में प्रथम महत्वपूर्ण प्रयास था।
 
====जेनेवा प्रोटोकॉल, 1924====
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:5. आक्रमणकारी देश के विरूद्ध 18वीं धारा के तहत आर्थिक प्रतिबंध की व सैन्य कार्यवाही की जायेगी।
:6. युद्ध का खर्च आक्रमणकारी राज्य से वसूला जायेगा।
:7. सभी राज्य निःशस्रीकरणनिःशस्त्रीकरण संबंधी राष्ट्रसंघ के निर्णय मानेंगे।
 
जिनेवा प्रोटोकॉल को 17 राज्यों ने मान्यता दी। अंतर्राष्ट्रीय शांति की दिशा में यह एक सराहनीय प्रयास था, किन्तु ब्रिटेन ने इसका अनुमोदन नहीं किया। इस कारण फ्रांस के प्रयास बेकार गये। इसी कारण इसकी सफलता संदिग्ध रही। इसके अलावा राष्ट्रसंघ के पास दोषी राज्य के विरूद्ध सैन्य प्रतिबंध लगाने की कोई शक्ति नहीं थी।