"नेपोलियन के युद्ध": अवतरणों में अंतर

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*(2) [[डेनमार्क]], [[स्वीडन]] और [[पुर्तगाल]] पर भी इंग्लैण्ड के विरूद्ध युद्ध करने तथा उसके साथ व्यापारिक संबंध तोड़ने और इंग्लैण्ड की जल शक्ति के विनाश करने के लिए दबाव डाला जाएगा।
 
*(3) नेपोलियन, तुर्की और रूस में परस्पर मतभेदों के निवारण में और समझौता कराने में सहायता देगा। यदि तुर्की, समझौते के लिए सहमत नहीं हुआ तो फ्रांस और रूस मिलकर तुर्की साम्राज्य को परस्पर बांट लेंगे।
 
===टिलसिट की संधि के परिणाम और महत्व===
*(1) इस संधि से आस्ट्रिया और प्रशा दोनों यूरोपीय राज्यों की शक्ति क्षीण हो गयी। प्रशा से राइनलैंड और पोलैण्ड के प्रदेश छीनकर उसका राज्य आधा कर दिया गया। अब वह यूरोप में तृतीय शक्ति बनकर रह गया। युद्ध की क्षतिपूर्ति के लिए भी उससे भारी धनराशि वसूल की गयी। इससे नेपोलियन के प्रति प्रशावासियों का घोर असंतोष बढ़ा।
 
*(2) टिलसिट की संधि के समय से फ्रांस के राज्य की सीमाओं का खूब विस्तार हुआ। यूरोप के छोटे-छोटे राज्य नेपोलियन की सत्ता और शक्ति से भयभीत हो गये। रूस जैसा शक्तिशाली देश भी नेपोलियन का मित्र बन गया। इंग्लैण्ड को छोड़कर यूरोप के सभी देश नेपोलियन की शक्ति का लोहा मानने लगे।
 
[[श्रेणी:विश्व के युद्ध]]