"बालकाण्ड": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 6:
राजकुमारों के बड़े होने पर आश्रम की राक्षसों से रक्षा हेतु ऋषि विश्वामित्र राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को मांग कर अपने साथ ले गये। राम ने ताड़का और सुबाहु जैसे राक्षसों को मार डाला और मारीच को बिना फल वाले बाण से मार कर समुद्र के पार भेज दिया। उधर लक्ष्मण ने राक्षसों की सारी सेना का संहार कर डाला। धनुषयज्ञ हेतु राजा जनक के निमंत्रण मिलने पर विश्वामित्र राम और लक्ष्मण के साथ उनकी नगरी मिथिला (जनकपुर) आ गये। रास्ते में राम ने गौतम मुनि की स्त्री अहल्या का उद्धार किया। मिथिला में राजा जनक की पुत्री सीता जिन्हें कि जानकी के नाम से भी जाना जाता है का स्वयंवर का भी आयोजन था जहाँ कि जनकप्रतिज्ञा के अनुसार शिवधनुष को तोड़ कर राम ने सीता से विवाह किया| राम और सीता के विवाह के साथ ही साथ गुरु वशिष्ठ ने भरत का माण्डवी से, लक्ष्मण का उर्मिला से और शत्रुघ्न का श्रुतकीर्ति से करवा दिया ।
==संबंधित कड़ियाँ==
*[[बालकाण्ड]]
Line 45 ⟶ 44:
*[[तुलसीदास]]
*[[वाल्मीकि]] [[रामायण]]
*[http://wikisource.org/wiki/रामायण वाल्मीकि रामायण] (विकीस्रोत पर)
#[http://wikisource.org/wiki/रामायण_बालकाण्ड वाल्मीकि रामायण - बालकाण्ड का मूल पाठ] (विकीस्रोत पर)
#[http://wikisource.org/wiki/रामायण_अयोध्याकाण्ड वाल्मीकि रामायण - अयोध्याकाण्ड का मूल पाठ] (विकीस्रोत पर)
#[http://wikisource.org/wiki/रामायण_अरण्यकाण्ड वाल्मीकि रामायण - अरण्यकाण्ड का मूल पाठ] (विकीस्रोत पर)
#[http://wikisource.org/wiki/रामायण_किष्किन्धाकाण्ड वाल्मीकि रामायण - किष्किन्धाकाण्ड का मूल पाठ] (विकीस्रोत पर)
#[http://wikisource.org/wiki/रामायण_सुन्दरकाण्ड वाल्मीकि रामायण - सुन्दरकाण्ड का मूल पाठ] (विकीस्रोत पर)
#[http://wikisource.org/wiki/रामायण_युद्धकाण्ड वाल्मीकि रामायण - युद्धकाण्ड का मूल पाठ] (विकीस्रोत पर)
#[http://wikisource.org/wiki/रामायण_उत्तरकाण्ड वाल्मीकि रामायण - उत्तरकाण्ड का मूल पाठ] (विकीस्रोत पर)
[[श्रेणी: रामायण]]
|