"केवड़ा": अवतरणों में अंतर

टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
पंक्ति 15:
आयुर्वेद में केवड़ा का बहुत महत्व है और ये कई प्रकार की बीमारियो में काम आता है।
== केवडा जल ==
भाप आसवन विधि से तैयार किया गया केवड़े का अर्क उत्तरी
भाप आसवन विधि से तैयार किया गया केवड़े का अर्क उत्तरी भारत विशेषत: राजस्थान में कई व्यंजनों में उपयोग में लाया जाता है।
जाता है। जैसे रसगुल्ला, गुलाब, जामुन, रबड़ी, रस-मलाई, श्रीखंड .अत्यंत सुगंधित व्यंजन जैसे मुगलाई व्यंजनों में भी इसका उपयोग किया जाता है, इससे थोड़े में ही संतुष्टि का आभास होता है।
- केवड़े के पानी में सफ़ेद चन्दन मिला कर सूंघने से गर्मी से होने वाला सिर दर्द ठीक होता है।
श्रीखंड .अत्यंत सुगंधित व्यंजन जैसे मुगलाई व्यंजनों में भी इसका
- खाज खुजली और त्वचा रोगों में लगाने से लाभ होता है.है।
उपयोग किया जाता है। इससे थोड़े में ही संतुष्टि का आभास
- केवड़ा तेल का उपयोग औषधि के रूप में गठियावत में किया जाता है।
होता है.
-केवड़े जल का प्रयोग केशों के दुर्गंध दूर करने के लिए किया जाता है।
- केवड़े के पानी में सफ़ेद चन्दन मिला कर सूंघने से गर्मी से होने
- केवडा जल से गणेशजी का अभिषेक किया जाता है.है।
वाला सिर दर्द ठीक होता है.
- गुलाब जल की तरह केवडा जल भी त्वचा को टोन करता है.है।
- खाज खुजली और त्वचा रोगों में लगाने से लाभ होता है.
- यह त्वचा की गहराई से सफाई करता है.है।
- केवड़ा तेल का उपयोग औषधि के रूप में गठियावत में किया
- त्वचा के छिद्रों को बंद करता है.है।
जाता है।
- इसके एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर , बुढापे आदि से लड़ने में मदद करते है.है।
-केवड़े जल का प्रयोग केशों के दुर्गंध दूर करने के लिए किया
- इसकी मनमोहक सुगंध मन को शान्ति देती है।
जाता है।
- केवडा जल से गणेशजी का अभिषेक किया जाता है.
- गुलाब जल की तरह केवडा जल भी त्वचा को टोन करता है.
- यह त्वचा की गहराई से सफाई करता है.
- त्वचा के छिद्रों को बंद करता है.
- इसके एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर , बुढापे आदि से लड़ने में मदद करते है.
- इसकी मनमोहक सुगंध मन को शान्ति देती है।
 
== इन्हें भी देखें ==