"शिव कुमार बटालवी": अवतरणों में अंतर

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प्रेम में नाकामी की वजह से शिव की रचनाओं में विरह व दर्द का भाव अति प्रबल है। अमृता प्रीतम ने इन्हें "बिरहा का सुल्तान" कहा। इसी नाम से ही प्रख्यात ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह-चित्रा सिंह ने भी एक एलबम निकाला। शिव की रचनाओं में निराशा व मृत्यु की इच्छा प्रबल रूप से दिखाई पड़ती है।
 
===प्रकाशित रचनाओं की सूची===
* ''पीड़ां दा परागा '' (दु:खों का दुपट्टा) (1960)
* ''मैनूं विदा करो'' (मुझे विदा करो)(1963)