* '''नेवारी''': बेरौल से १३ किलोमीटर दूर स्थित यह स्थान राजा [[लोरिक]] के प्राचीन किला के लिए प्रसिद्ध है।
* '''नवादा दुर्गा मंदिर''':
[[http://i.ytimg.com/vi/gGFpsnrUj3w/hqdefault.jpg]][[नवादा]] दुर्गा स्थान]] "मिथिलाक" सिद्ध पीठ
मि.ध., दरभंगा, बेनीपुर : अनुमंडल मुख्यालय सँ पाँच किलोमीटर उतर-पश्चिम अवस्थित [[नवादागाँवनवादा गाँव]] में हयहट्ट दुर्गा स्थान सिद्ध पीठ मानल जैत अछि। एही पीठक उत्पत्ति शिव प्रिये सती सँ जुरल अछि। तंत्र चुडामणि में सती अंग सँ सम्बंधित कुल 52 सक्तिपिठक चर्चा अछि। जही म ईहो प्रमाणित अछि। देवी भागवत पुराण एवं मत्स्य पुराण कऽ अनुसार सती के वाम स्कन्ध एतही खसल छल। कहल जाइछ जे लगभग 600 वर्ष पूर्व रजा हयहट्ट द्वारा एतय जगदम्बा मूर्ति स्थापित भेल । बहेरी प्रखंड क हावीडीह गामक एकटा साधक प्रति दिन साधना-आराधना लेल आबैत छलाह । पछाति विर्धा अवस्था में दुर्बल कायाक कारण भगवतीक प्रेरणा सँ सिंघासन सँ मूर्ति उठाकए हावीडीह चली गेलाह जतय आयो ओही मूर्तिक पूजा कएल जाएछ। पछाति हावीडीह सँ नवादा मूर्ति अनवा कऽ लेल संघर्ष कऽ स्थिति बनी गेल अन्ततः नवादाक सिधिपिठ म अगवे सिंघासन शेष रहल जकरहि पूजा होइत रहल अछि।