"कथासरित्सागर": अवतरणों में अंतर
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अंत में कहा जा सकता है कि सोमदेव ने सरल और अकृत्रिम रहते हुए आकर्षक एवं सुंदर रूप में कथासरित्सागर के माध्यम से अनेक कथाएँ प्रस्तुत की हैं जो निश्चित ही भारतीय मनीषा का एक अन्यतम उदाहरण है।
==संबंधित कड़ियाँ==
*[[बेताल पच्चीसी]]▼
*[[हितोपदेश]]▼
*[[पंचतंत्र]]
▲*[[हितोपदेश]]
▲*[[बेताल पच्चीसी]]
*[[सिंहासन बत्तीसी]]
#[http://wikisource.org/wiki/पञ्चतन्त्रम् पञ्चतन्त्रम्] (विकिस्रोत) (संस्कृत में)
#[http://wikisource.org/wiki/हितोपदेशम् हितोपदेशम्] (विकिस्रोत) (संस्कृत में)
#[http://wikisource.org/wiki/कथासरित्सागर कथासरित्सागर] (विकिस्रोत) (संस्कृत में)
#[http://wikisource.org/wiki/वेतालपञ्चविंशति वेतालपञ्चविंशति] (विकिस्रोत) (संस्कृत में)
#[http://wikisource.org/wiki/बेताल_पच्चीसी बेताल पच्चीसी] (विकिस्रोत) (हिन्दी में)
#[http://wikisource.org/wiki/सिंहासनद्वात्रिंशति सिंहासनद्वात्रिंशति] (विकिस्रोत) (संस्कृत में)
#[http://wikisource.org/wiki/सिंहासन_बत्तीसी सिंहासन बत्तीसी] (विकिस्रोत) (हिन्दी में)
==बाहरी कडियाँ==
[[श्रेणी:साहित्य]]
[[श्रेणी:संस्कृत]]
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