"हिन्दी व्याकरण का इतिहास": अवतरणों में अंतर

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** ऊ - उत्तर आधुनिक काल - स्वातन्त्र्योत्तर युग (सन् 1947 से वर्तमान काल तक)
 
== नोट (संदर्भसन्दर्भ-संकेत) ==
 
1. कामता प्रसाद गुरुः "हिन्दी-व्याकरण," नागरीप्रचारिणी सभा, काशी; प्रथम संस्करण संवत् 1977 (1920 ई.); षष्ठ पुनर्मुद्रण, संवत् 2017 (1960 ई.)। डॉ. वासुदेवनन्दन प्रसाद लिखते हैं- "पं. कामता प्रसाद गुरु का 'हिन्दी-व्याकरण' सन् 1920 ई. में प्रकाशित हुआ था। तब से इसी का, हिन्दी का एकमात्र आदर्श व्याकरण मानकर, सम्मान होता रहा है।" - आधुनिक हिन्दी-व्याकरण और रचना, भारती भवन, पटना 1977, पृ. 9, पं. 20-22
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3. इस संबंध में देखें लेखक का संक्षिप्त लेख "हिन्दी भाषा का प्रथम व्याकरण", जलवाणी, केन्द्रीय जल और विद्युत अनुसंधान शाला, पुणे, अंक 8, वर्ष 2001 पृ. 13-17.
 
4. अंग्रेजों के पहले योन योस्वा केटलार नाम के एक जर्मन ने डच भाषा में एक हिन्दी व्याकरण 1698 ई. या इसके कुछ पूर्व लिखा था। विस्तार के लिए देखें फुटनोट 3 का संदर्भ।सन्दर्भ।
 
5. "हिन्दी-व्याकरण", भूमिका, पृ. 4-5.
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14. "Indian and Iranian Studies", डॉ. ग्रियर्सन के पचासीवें जन्म दिवस 7 जनवरी 1936 पर समर्पित, The school of Oriental studies, लन्दन, पृ. 817-822.
 
15. देखें फुटनोट 3 का संदर्भ।सन्दर्भ।
 
16. "हिन्दी के तीन प्रारंभिक व्याकरण", निर्देशक - डॉ. उदयनारायण तिवारी, अनुवादक-मैथ्यु वेच्चुर, St. Paul Publications, इलाहाबाद, 1976; कुल 176 पृष्ठ।
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31. "हिन्दी व्याकरण का काल विभाजन : एक दृष्टि", पृ.48-49। प्रकाशन विवरण इस प्रकार है - " समन्वय (क्षेत्रीय साहित्य सन्दर्भ)" (1996) - सं० उमाशंकर मिश्र; प्रकाशक - युवा साहित्य मंडल, 68, तुराबनगर, गाजियाबाद; 392 + 405 + 59 पृष्ठ। इसमें डॉ. बीणा गर्ग का लेख "हिन्दी व्याकरण का काल विभाजन : एक दृष्टि", पृ.46-50.
 
== संदर्भसन्दर्भ ==
<references/>
: 2. [http://technical-hindi.googlegroups.com/web/Hindi_vyakaran_ka_sankshipta_itihas.htm?gda=ma0dIVgAAAB5zxHOSbEKAP8cNeX2R8xaHWL78891e_aaO-lQ6a2AY2G1qiJ7UbTIup-M2XPURDRYcDwL6j3O1RmnVxBBGLKluwH2gbeaKrgEFWTVqsZbdLn3HKeLcRNtvoQ61wI3lzc हिन्दी का संक्षिप्त व्याकरण] - लेखक : श्री नारायण प्रसाद