"बठिंडा": अवतरणों में अंतर
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बठिंडा बहुत तेजी से इन्डस्ट्रीस से भर रहा है । हाल ही में बने पलाँटों में थर्मल पावर पलाँट, फर्टलाईजर फैकटरी और एक बडी औयल (तेल) रिफाईनरी हैं ।बठिंडा नौर्थ भारत की सबसे बडी अनाज के बजारों में से है और बठिंडा के आस पास के इलाके अंगूर की खेती में बढ रहे हैं । बठींडा एक बहुत बडा रेल जंकशन भी है। पैपसी यहां उपजाऊ आनाज को परोसैस करती है ।
==इतिहास==
===Prehistoric Bathinda===
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===आधुनिक बठिंडा का जन्म===
ये माना जाता है की राओ भट्टी में बठिंडा शहर को लखी जंगल में तीसरी सदी में स्थापित किया था । फिर इस शहर को बरारों नें हडप लिया था । बाल राओ भट्टी नें फिर इसे ९६५ में हासिल किया और तब इसका नाम बठिंडा पडा (उन्हीं के नाम पर) । यह राजा जयपाल की राजधानी भी रही है ।
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==मुख्य आकर्ण==
===किला मुबारक===
यह ईट का बना सबसे पुराना और ऊंचा स्मारक है। इसका इतिहास थोड़ा अद्भुत है। राजा बीनपाल जो कि भाटी राजपूत थे, इस किले का निर्माण लगभग 1800 साल पहले करवाया था। इसी किले में पहली महिला शासिका रजिया सुलतान को 1239 ईसवीं में कैद कर लिया गया था। रजिया सुलतान को उसके गर्वनर अल्तूनिया ने कैद किया था। दसवें सिख गुरू, गुरू गोविन्द सिंह इस किले मे 1705 के जून माह में आए थे और इस जगह की सलामती और खुशहाली के लिए प्रार्थना की थी।
[[पटियाला]] राज्य के महाराजा आला सिंह ने इस किले को 1754 में अपनी अधीन कर लिया था। और इस किले का नाम गोविन्दघर कर दिया गया। लेकिन जल्द ही इस जगह को बकरामघर के नाम से बुलाने जाने लगा। इस किले के सबसे ऊपर गुरूद्वारे का निर्माण करवाया गया है। इस गुरूद्वारे का निर्माण पटियाला के महाराजा करम सिंह ने करवाया था।
===बाहिया किला===
बाहिया किले का निर्माण 1930 में मुख्य किले के सामने किया गया था। इस किले का निर्माण एस. बलवन्त सिंह सिद्धू ने करवाया था। इसके अलावा यहां पटियाला राज्य के महाराजा भूपेन्द्र सिंह की सेना का स्थानीय कार्यालय था। लेकिन अब यह चार सितारा होटल में बदल चुका है।
===लाखी जंगल===
यह भटिंडा से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस जंगल में पुराना गुरूद्वारा है। इस गुरूद्वारे में गुरू नानक देव जी ने श्री जापूजी साहिब के एक लाख पवित्र मार्गो का वर्णन किया था। इसके बाद से ही इस जगह को लाखी जंगल के नाम से जाना जाता है। सिखों के दसवें गुरू, गुरू गोविन्द सिंह भी इस पर घूमने के लिए आए थे।
===रोज गार्डन===
इस बगीचे में गुलाबों की कई किस्में हैं। यह जगह शहर से काफी नजदीक है। काफी संख्या में लोग यहां पर आते हैं। यह बगीचा दस एकड़ तक फैला हुआ है। यह जगह थर्मल प्लांट के काफी करीब है। यहां गुलाबों की कई किस्में देखी जा सकती है। यह जगह पिकनिक स्पॉट के रूप में भी जाना जाता है।
===जू===
जू वन विभाग द्वारा चलाई जाने वाली पौधों की नर्सरी है। यह जगह केंटोंमेंट से तकरीबन दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह पिकनिक स्पॉट के रूप में भी जानी जाती है। यहां एक छोटा सा चिड़ियाघर है।
===गुरूद्वारा दमदमा साहिब===
यह एक ऐतिहासिक जगह है। इस जगह का संबंध सिखों के इतिहास से जुड़ा हुआ है। तालवंडी तहसील, दमदमा साहिब के नाम से भी प्रसिद्ध है। भटिंडा के दक्षिण दिशा से इस स्थान की दूरी 18 किलोमीटर है। यह प्रसिद्ध गुरूद्वारा पांच तख्तों में से एक है। हर साल बैसाखी के अवसर पर यहां बहुत बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। गुरू गोविन्द साहिब यहां पर नौ महीने और नौ दिनों तक रहे थे।
===मेसर खाना===
मेसर खाना मंदिर भटिंडा से 29 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हर साल, यहां पर दो मेले लगते हैं। इस मेले में ज्वाला जी के दर्शन के लिए हर साल लाखों की संख्या में भक्तगण यहां आते हैं।
== सन्दर्भ==
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<references/>
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== बाहरी कड़ियां==
* Google satellite map of Bathinda [http://www.maplandia.com/india/punjab/bathinda/bhatinda]
* Official website of Bathinda district [http://www.bathinda.nic.in/]
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[[Category:Railway stations in Punjab (India)]]
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[[bn:বাথিন্দা]]
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