"कोशिका": अवतरणों में अंतर

छो 'लुइवेनहाक' से बदल कर एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक किया गया
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* '''1674''' [[एंटोनी वॉन ल्यूवेन्हॉक]] ने जीवित कोशा का सर्वप्रथम अध्ययन किया।
 
* '''1831''' में [[रॉबर्ट ब्राउन (वनस्पतिशास्त्री)|रॉबर्ट ब्राउन]] ने कोशिका में 'ककेंद्रक एवं केंद्रिका' का पता लगाया।
 
* तदरोचित नामक वैज्ञानिक ने 1824 में कोशावाद (cell theory) का विचार प्रस्तुत किया, परन्तु इसका श्रेय वनस्पति-विज्ञान-शास्त्री श्लाइडेन (Matthias Jakob Schleiden) और जन्तु-विज्ञान-शास्त्री श्वान (Theodor Schwann) को दिया जाता है जिन्होंने ठीक प्रकार से कोशावाद को (1839 में) प्रस्तुत किया और बतलाया कि 'कोशाएँ पौधों तथा जन्तुओं की रचनात्मक इकाई हैं।'