"ऑपरेशन राहत": अवतरणों में अंतर

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25 जून 2013 की हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना के बावजूद वायुसेना [[उत्‍तराखण्‍ड]] के राहतकार्यों में जुटी हुई है। वायुसेना अध्‍यक्ष एयर चीफ मार्शल एन ए के ब्राउन ने कहा कि जिन लोगों की जान गई है उनकी याद में हमें इस राहत कार्य को जारी रखना होगा। बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों में हेलीकॉप्‍टर सेवाओं के सफल प्रयोग की योजना बनाने के लिए हिन्‍डन से सुबह एक सी 130 जे ने रेकी उड़ान भरी। धरासु और पिथौरागढ़ से लगातार 6 एमआई-17 वी 5 एस, दो ए एल एच और एक एमआई एल 7 हर्षिल से – मनेरी-धरासु और दरचुला-मिलम तथा काली-रामगंगा क्षेत्र में उडा़न भर रहे हैं। सुबह से दोपहर दो बजे तक वायुसेना ने 64 संक्षिप्‍त यात्राएं की और 636 लोगों को सुरक्षित स्‍थानों तक पहुंचाया। 17 जून 2013 से लेकर 25 जून-2013 तक वायुसेना ने 1540 उड़ाने भरीं और लगभग 13,052 तीर्थ यात्रियों को बचाने और 2, 16, 310 किलोग्राम राहत सामग्री को पहुंचाने का महत्‍वपूर्ण काम किया।<ref>[http://www.navhindustan.com/index.php?mod=article&cat=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6&article=3068 नव हिंदुस्तान न्यूज़, दिनांक 26 जून 2013, शीर्षक : हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना के बावजूद वायुसेना का ‘ऑपरेशन राहत’ जारी]</ref>
== विमान का प्रयोग ==
[[File:Indian Air Force C-130 j130J.jpg|300px|thumb|right|सी 130 जे सैन्य परिवहन विमान जिसे ऑपरेशन राहत में शामिल किया गया।]]
21 जून 2013 तक, [[भारतीय वायुसेना]] ने राहत व बचाव प्रयासों को पूरे अंजाम तक पहुंचाने हेतु 36 रोटरी विंग विमान सहित 43 विमान के अलावा 13 और विमान को शामिल कर लिया था। विवरण इसप्रकार है :