"प्लास्टर": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Calcium sulfate hemihydrate.jpg|right|thumb|300px|पेरिस प्लास्टर का चूर्ण]]
 
'''प्लास्टर''' (फ्लस्तेर्Plaster) से तीन पदार्थों का बोध होता है-
 
*(१) जिप्सम प्लास्टर (या पेरिस प्लास्टर)
*(२) सीमेंटचूना प्लास्टर
 
*(३) चूनासीमेंट प्लास्टर
 
३) सीमेंट प्लास्टर
 
== पेरिस प्लास्टर ==
इसे 'प्लास्टर ऑफ पेरिस' भी कहा जाता है। यह निर्जलित [[जिप्सम]] है, जो प्राय: श्वेत चूर्ण के रूप में मिलता है। यदि विशुद्ध जिप्सम (CaSo4CaSo<sub>4</sub>. 2H2O2H<sub>2</sub>O) को 1000 से 1900 सें॰ तक गरम किया जाय, तो जलांश का तीन चौथाई भाग निकल जाता है और परिणामी पदार्थ पेरिस प्लास्टर (CaSo4CaSO<sub>4</sub>. ½H2OH<sub>2</sub>O) कहलाता है।
 
पेरिस प्लास्टर पानी के संपर्क में आते ही शीघ्र ही उससे मिलकर जिप्सम बन जाता है। जमने या कठोर होने में बहुत कम समय लगता है। सामान्यतः इसके लिये 5 से 15 मिनट तक पर्याप्त होता है इसलिये जमने में विलंब कराने वाले कुछ पदार्थ मिलाना आवश्यक होता है। इनसे जमने का समय बढ़कर 20 से 40 मिनट तक हो जाता है। विलंबन के लिये प्रयुक्त होने वाले अनेक पदार्थ हैं, किंतु व्यापक प्रयोग में आने वाला विलंबक प्राय: पशुप्रांगण या संवेष्टनशालाओं के कूड़े कचरे से ही बनता है।