"लेबर पार्टी (यूके)": अवतरणों में अंतर
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यूरोप में युद्ध के अंत के बाद लेबर ने १९१८ की लिबरलों की गलती ना दोहराने का संकल्प लिया और मजदूर संघों के दबाव में नए चुनावों में चर्चिल समर्थक कंज़र्वेटिवों के विरोध में मौजूदा सरकार से हट गई। तमाम पर्यवेक्षकों को हतप्रभ करते हुए लेबर पार्टी लगभग ५०% मतों और १५९ बहुमत की सीटों के साथ १९४५ के आम चुनाव जीत गई।<ref name=BBCreport>{{cite news|url=http://news.bbc.co.uk/onthisday/hi/dates/stories/july/26/newsid_3572000/3572175.stm|title=1945: Churchill loses general election|trans_title=१९४५: आम चुनावों में चर्चिल हारे।|publisher=बीबीसी|date=26 जुलाई 1945|accessdate=22 फरवरी 2009}}</ref>
क्लीमेंट एट्टली के नेतृत्व वाली यह सरकार बीसवीं सदी के ब्रिटिश इतिहास की सबसे उग्र सुधारवादी सरकार साबित हुई। उसने [[केनेज़ियन अर्थव्यवस्था|केनेज़िया]] के आर्थिक सुधारों को लागू किया, [[बैंक ऑफ इंगलैंड]] और तमाम अन्य विशाल उद्दोगों व कल-कारखानों जैसे कोयला खदान, स्टील उद्मोग, उर्जा, गैस, यातायात (रेलवे, बस) इत्यादि को सरकारी नियंत्रण में लिया। उसने अर्थशाष्त्री विलियम बेवरिज़ की कल्पना वाले [[कल्याणकारी राज्य|कल्याणकारी सरकारी राज्य]] का विकास और स्थापना की। आज तक लेबर दल के सदस्य १९४८ के ब्रिटेन के सरकारी खर्चे से चलने वाली [[स्वास्थ्य सेवा|राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा]] को अपनी सबसे अच्छी उपलब्धियों में से एक मानते हैं।<ref>{{cite web|url=http://www2.labour.org.uk/gordon_brown_s_speech_to_king_s_college_london|title=Gordon Brown's speech to King's College London|trans_title=किंग्स कॉलेज लंदन में गॉर्डन ब्राउन का भाषण|date=जनवरी, २००८|author=[[गॉर्डन ब्राउन]]|accessdate=२४ जुलाई २०१५}}</ref> एट्टली सरकार की एक और बहुत ही एतिहासिक कार्यवाई [[भारत की स्वतंत्रता|भारत को स्वतंत्रता]] और [[पाकिस्तान का इतिहास|पाकिस्तान का निर्माण]] था। एट्टली सरकार ने ब्रितानी हुकूमत को खत्म करने की शुरुवात कर दी थी। भारत के बाद उसने आगामी वर्षों में [[म्याँमार|बर्मा]] और [[श्रीलंका का स्वतंत्रता संग्राम|श्रीलंका को भी स्वतंत्रता]] दे दी। जनवरी १९४७ में एक गुप्त बैठक के दौरान एट्टली और ६ कैबिनेट स्तर के मंत्रियों ने लेबर पार्टी के अंदरूनी [[परमाणु हथियार]] विरोधी भावना के विरुद्ध ब्रिटेन के लिये परमाणु हथियारों के विकास की आधारशिला रखी।<ref name="To Build A New Jerusalem"/>
लेबर दल ने १९५० का आम चुनाव भी जीता लेकिन इस बार उसके सीटों की संख्या कम हो गई। इस बार उसे बहुमत से सिर्फ ५ सीटें ही ज्यादा मिलीं। जल्द ही रक्षा पार्टी केअंदर एक विघटनकारी विषय बन गया। १९५१ के [[कोरियाई युद्ध]] के दौरान रक्षा बज़ट बढकर सकल घरेलू उत्पाद का १४% हो गया था। <ref>{{cite book|author=क्लॉर्क, सर ज़ॉर्ज|title=''Illustrated History Of Great Britain''|trans_title=ग्रेट ब्रिटेन का व्याख्यातमक इतिहास|year=1987|publisher=ऑक्टोपस बुक्स}}</ref> इसकी वजह से जनता पर भार पड रहा था और सरकार को सरकारी खर्चे घटाने पड रहे थे। वित्त मंत्री ह्युघ गेटस्केल ने राष्ट्रीय स्वास्थय सेवा के लिए शुल्क लगाने की घोषणा कर दी। मुफ्त स्वास्थय सेवा के लेबर पार्टी के सिद्धांत को खत्म होता देख बीवन, और वाणिज्य मंत्री हैरॉल्ड विल्सन ने त्यागपत्र दे दिया।
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१९७० के आम चुनाव हारने के बाद लेबर एक बार फिर विपक्ष में पहुंच गई। हैरॉल्ड विल्सन उसके नेता बने रहे। हीथ की सरकार उत्तरी आयरलैंड और १९७३ में खदान मजदूरों के साथ एक मामले में उलझ गई। सत्तर का दशक कंज़र्वेटिवों और लेबर सरकारों दोनों के लिए ही मुश्किलों भरा रहा। १९७३ के तेल की कमी की वजह से बहुत ज्यादा महंगाई बढ गई थी और वैश्विक बेरोजगारी छा गयी थी। अल्स्टर यूनियनिस्ट्स के समर्थन से विलसन के नेतृत्व में लेबर सरकार १९७४ में एक बार फिर सत्ता में वापस लौटी। १९२४ के बाद से यह पहला आम चुनाव था जिसमें दोनों मुख्य पार्टियों ने ४०% से कम मत हासिल किये थे। इसके बाद से लेबर पार्टी के बुरे दिन शुरु हो गये थे और वो लगातार छ: बार ४०% से कम मत हासिल करती रही।
===
१९७४ से ७९ तक लेबर सरकार आर्थिक संकटों से जूझती रही। १९७९ के चुनावों में इसकी हार के बाद लेबर पार्टी में अदंरूनी कलह बहुत बढ गई। इसमें दो
१९८३ के आम चुनावों में लेबर पार्टी की बुरी तरह हार हुई। वह कुल मतों का सिर्फ २७.६% ही जीत पाई। १९१८ के बाद से यह उसका सबसे खराब प्रदर्शन था। [[मारग्रेट थैचर|मार्ग्रेट थैचर]] के नेतृत्व वाले कंज़र्वेटिव दल ने ३९७ सीटें जीतकर उसे बुरी तरह हराया था। लेबर दल को एक नवनिर्मित दल "एसडीपी-लिबरल गठबंधन" से थोडे ही ज्यादा मत मिले थे।<ref>{{cite news|url=http://news.bbc.co.uk/onthisday/hi/dates/stories/june/9/newsid_2500000/2500847.stm |title=1983: Thatcher wins landslide victory |publisher=बीबीसी समाचार|date=9 जून 1983 |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref>
[[File:Kinnock, Neil.jpg|thumb|upright|बाएँ |[[नील किन्नॉक]] विपक्ष में पार्टी के नेता, 1983–92.]]
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थैचर के जाने और मेजर के आने के बाद कंज़रवेटिवों की कार्य शैली में परिवर्तन आ चुका था। एक दशक से ज्यादा के कंज़र्वेटिव शासन के बाद निक्कॉर के "बदलाव का समय आ गया है" के नारे को समर्थन मिल रहा था।
१९९२ के चुनावों में जनता ने एक [[त्रिशंकु संसद (हंग पार्लियामेंट)|त्रिशंकु संसद]] चुनी लेकिन कंज़र्वेटिव २१ सीटों के बहुमत के साथ एक बार फिर सत्ता में आ गये।<ref>{{cite news|url=http://news.bbc.co.uk/1/hi/uk_politics/vote_2005/basics/election4/past_elections/4393317.stm|title=1992: Tories win again against odds|work=बीबीसी समाचार|date=5 अप्रैल 2005}}</ref> सीटों और मतों में बढ़ोत्तरी के बावजूद हार जान लेबर समर्थकों के लिए निराशाजनक था। ३० सालों में पहली बार जनता और मीडिया में यह बहस छिड़ गई थी कि क्या अब कभी लेबर पार्टी सरकार में वापसी कर पाएगी।
किन्नॉर्क ने इस्तीफा दे दिया और जॉन स्मिथ पार्टी के नए नेता बने। स्मिथ के नेतृत्वकाल में एक बार फिर दल के अंदर प्रखर वामपंथियों और उदारवादियों के बीच पार्टी में सुधार के तरीकों को लेकर तकरार बढ़ने लगी। १९९३ की एक सभा में स्मिथ ने सफलता पूर्वक पार्टी के नियमों में बदलाव कर दिया और संसदीय चुनाव के लिए प्रतिनिधियों को चुनने में मजदूर संघों की दखलंदाज़ी और प्रभुत्व को कम करने में सफलता पाई। उन्होंने "एक सदस्य एक मत" की नीति लागू की।
सितंबर १९९२ में हुए आर्थिक त्रासदी जिसे काला बुधवार (''ब्लैक वेडनेसडे'') के नाम से भी जाना जाता है कंज़र्वेटिव सरकार की वित्तप्रबंधन की क्षमताओं पर से लोगों का भरोसा उठा दिया। साल के अंत तक लेबर पार्टी की लोकप्रियता बढने लगी थी और चुनावपूर्ण सर्वेक्षणों में वह कंज़र्वेटिवों के उपर भारी पड़ती दिख रही थी। १९९३ में आर्थिक त्रासदी के खत्म होने और उसके बाद एक स्थायी आर्थिक सुधारों की बयार बहने के बावजूद लेबर पार्टी की कंज़र्वेटिवों पर बढ़त कायम रही।<ref>{{cite news| url=http://news.bbc.co.uk/1/hi/uk_politics/vote_2005/basics/4393323.stm | publisher=बीबीसी समाचार| title=1997: Labour landslide ends Tory rule | date=15 अप्रैल 2005}}</ref>
==="नई लेबर" – सरकार में वापस, 1997–2010===
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लेबर पार्टी ने १९९७ का आम चुनाव १७९ सीटों के भारी बहुमत से जीता, यह उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ बहुमत था। साथ ही १९४५ के बाद से किसी भी राजनीतिक दल के लिए यह सबसे बडा उलटफेर था। अगले दशक में बहुत सारे प्रगतिवादी सामाजिक सुधार किए गए।<ref>{{cite web|url=http://www.paultruswell.org.uk/files/300%20Gains.pdf|title=300 gains brought by labour government|author=नाइज़ेल|accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref><ref>{{cite web|url=http://www.issa.int/Observatory/Country-Profiles/Regions/Europe/United-Kingdom/Reforms2/(id)/3242 |title=Reforms – ISSA |publisher=Issa.int |date=7 जनवरी 2004 |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref>कर सुधारों जैसे कई प्रगतिशील नीतियों की वजह से लाखों लोगों के जीवनस्तर में सुधार हुआ।<ref>{{cite web|url=http://webarchive.nationalarchives.gov.uk/20130128102031/http://www.dwp.gov.uk/docs/tackling-poverty.pdf|title=Tackling poverty – a progress report|work=कार्मिक और पेंसन मंत्रालय|accessdate=२७ जुलाई २०१५|date=मार्च २००६}}</ref><ref>{{cite web|url=http://www.poverty.org.uk/01/index.shtml |title=UK: numbers in low income – The Poverty Site |publisher=Poverty.org.uk |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref><ref>{{cite web|url=http://www.oecd.org/dataoecd/54/46/45649480.pdf |title=Work, Family, Health, and Well-Being: What We Know and Don't Know about Outcomes for Children |format=PDF |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref>
विलियम हॉग के नेतृत्व वाली
अमेरिकी राष्ट्रपति [[जॉर्ज बुश|जॉर्ज़ डब्ल्यु. बुश]] को [[इराक युद्ध]] में समर्थन करने की वजह से ब्लेयर की लोकप्रियता और राजनीतिक आधार घट गया।<ref>{{cite web|url=http://www.dw-world.de/dw/article/0,,745536,00.html |title=European Opposition To Iraq War Grows | Current Affairs |publisher=डच वेल्ले |date=13 जनवरी 2003 |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref> [[कोफ़ी अन्नान|सयुंक्त राष्ट्र महासचिव]] सहित तमाम प्रमुख हस्तियों ने इस युद्ध को अकारण माना था।<ref>{{cite news|url=http://www.theguardian.com/world/2004/sep/16/iraq.iraq|publisher=द गार्ज़ियन|title=Iraq war was illegal and breached UN charter, says Annan|date=१६ सितम्बर २००४|accessdate=२७ जुलाई २०१५|trans_title=कोफी अन्नान ने इराक युद्ध को गैरकानूनी और संयुक्त राष्ट्र के चरित्र के विरुद्ध बताया।|first1=इवेन|last1=मैक्स्किल|first2=जुलिअन|last2=बोर्ज़र}}</ref>पश्चिमी देशों में इराक युद्ध बेहद अलोकप्रिय था और पश्चिमी सरकारें इसके समर्थन करने और ना करने को लेकर एकमत नहीं थीं। <ref>{{cite web|last=बेनहोल्ड|first=कैट्रिन|url=http://www.nytimes.com/2004/08/28/news/28iht-sochi_ed3_.html |title=Unlikely alliance built on opposition to Iraq war now raises questions|work=न्यूयॉर्क टाइम्स|date=28 अगस्त 2004 |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref>
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===विपक्ष में, 2010 से अबतक===
[[File:Ed Miliband 2.jpg|thumb|200px|right|लेबर दल के नेता 2010-2015, [[एड मिलिबैंड]]।]]
११ मई २०१० को गॉर्डन ब्राउन के त्यागपत्र के बाद [[हैरिएट हर्मन]] पार्टी के अंदरूनी चुनावों तक कार्यकारी नेता और संसद में नेता विपक्ष बने।<ref>{{cite news| url=http://news.bbc.co.uk/1/hi/uk_politics/election_2010/8676333.stm | publisher=बीबीसी | title=Harman made acting Labour leader | date=11 मई 2010}}</ref> [[एड मिलिबैंड]] ने बाद में अंदरूनी चुनाव जीत कर लेबर दल का नेता पद संभाला। इस दौरान पार्टी की किस्मत में भी बहुत सुधार देखा गया जब पार्टी ने २०११ में ढेर सारी काउंसिल की सीटें जीतीं। पार्टी ने वेल्श में भी अपनी स्थिति में सुधार करते हुए [[वेल्श की राष्ट्रीय सभा|वेल्स की राष्ट्रीय सभा]] में अल्पमत की सरकार बनाई। हालांकि इसी दौरान वो स्कॉटिश संसद में तमाम सीटें हार भी गई।
२०१२ के क्षेत्रीय चुनावों में लेबर दल को उत्तर, मध्य और दक्षिण क्षेत्रों में अच्छी सफलता मिली। पार्टी को तमाम महत्वपूर्ण अंग्रेजी काउंसिलों जैसे [[बर्मिंघम]], साउथैम्पटन, नॉर्विच, प्लाईमाउथ इत्यादि पर नियंत्रण मिल गया।<ref name="bbc.co.uk">{{cite web|url=http://www.bbc.co.uk/news/uk-politics-17946745 |title=At-a-glance: Elections 2012 |publisher=Bbc.co.uk |date=4 मई 2012 |accessdate=२४ जुलाई २०१५}}</ref> २००८ के क्षेत्रीय चुनावों में हारे हुए [[कार्डिफ़]] जैसे तमाम काउंसिलों पर पुन: जीत हासिल करके पार्टी को वेल्श में अच्छी सफलता मिली।<ref>{{cite web|url=http://www.bbc.co.uk/news/uk-wales-politics-17950434 |title=Vote 2012: Welsh Labour's best council results since 1996 |publisher=बीबीसी|date=4 मई 2012 |accessdate=२४ जुलाई २०१५}}</ref> स्कॉटलैंड के क्षेत्रीय चुनावों में लेबर दल ने [[ग्लास्गो]] शहर की काउंसिल पर पूर्ण नियंत्रण पा लिया और पूरे स्कॉटलैंड में बेहतरीन सफलता हासिल की।<ref>{{cite web|url=http://www.bbc.co.uk/news/uk-scotland-glasgow-west-17953270 |title=Labour wins overall majority on Glasgow City Council |publisher=बीबीसी |date=4 मई 2012 |accessdate=२४ जुलाई २०१५}}</ref> लंदन नगरपालिका के चुनावों में पार्टी को मिश्रित सफलता ही हाथ लगी।<ref name="bbc.co.uk"/>
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नया नेतृत्व कैमरन के '''''बड़ा समाज''''' के नारे के जवाब मे एक अनुकूल और स्पष्ट विचारधारा ढूंढ रहा है। वह [[टोनी ब्लेयर]] के नव-उदारतावाद की विचारधारा से भी पूर्ण आकस्मिक परिवर्तन ढूंढ़ रहा है।
ब्लू लेबर पार्टी की विचारधारा में आया एक कुछ हद तक प्रभावशाली तात्कालिक बदलाव है<ref>{{Cite news |url=http://www.guardian.co.uk/politics/2011/apr/21/miliband-blue-labour-speech |work=द गार्ज़ियन|first=पैट्रिक|last=विन्टुअर |title=Miliband Speech To Engage With Blue Labour Ideals |date=21 अप्रैल 2011 |location=लंदन}}</ref> जो नव-उदारतावादी अर्थव्यवस्था के विरोध और कुछ सामाजिक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर रूढ़िवादी नीतियों के अपनाने पर कामकाज़ी लोगों को पार्टी से दोबारा जोड़ पाने के नज़रिए की वकालत करता है।<ref>{{Cite news |url=http://www.independent.co.uk/opinion/commentators/david-goodhart-labour-can-have-its-own-coalition-too-2246971.html |work=द इंडिपेंडेंट|first=डेविड|last=गुडहार्ट|title=Labour can have its own coalition too |date=20 March 2011 |location=London}}</ref><ref name="ConservativeHome">{{Cite news |url=http://conservativehome.blogs.com/leftwatch/2011/05/ten-things-you-need-to-know-about-blue-labour.html |date=20 मई 2011 |work=लेफ़्टवाच|title=Ten Things You Need to Know About Blue Labour |first=मैथ्यु|last=बैरेट}}</ref><ref>{{Cite news |url=http://www.economist.com/blogs/bagehot/2011/05/bashing_supermarkets |work=द इकोनॉमिस्ट|title=A nation of shoppers |date=19 मई 2011}}</ref> यह परंपरागत [[कल्याणकारी राज्य]] जो बहुत ज्यादा [[अफसरशाही]] का शिकार है से हटकर [[:en:guild socialism|श्रेणीगत समाजवाद]] के सिद्धांतों और क्षेत्रीय स्तर पर लोकतांत्रिक सामाजिक प्रबंधन और सेवाएँ दिए जाने का
एड मिलिबैंड इंगलैंड की अर्थव्यवस्था के लिए जिम्मेदार पूंजीवाद<ref>{{cite web|last=मिलिबैंड|first=एड|title=Building a responsible capitalism|work=जंक्चर (IPPR)|date=25 मई 2012|url=http://www.ippr.org/junctures/166/9200/building-a-responsible-capitalism|accessdate=२४ जुलाई २०१५|archiveurl=https://web.archive.org/web/20120531225708/http://www.ippr.org/junctures/166/9200/building-a-responsible-capitalism|archivedate=2012-05-31}}</ref> और आर्थिक सेवाओं मे लगे हुए लोगों के निहित स्वार्थों से निपटने के लिए अधिक सरकारी हस्तक्षेप का समर्थन करते हैं।<ref>{{cite news|title=Ed Miliband: Surcharge culture is fleecing customers|url=http://www.bbc.co.uk/news/uk-politics-16624805|accessdate=२४ जुलाई २०१५|publisher=बीबीसी|date=19 जनवरी 2012}}</ref> मैलिबैंड ने कहा है कि वो बैंकों और उर्ज़ा कम्पनियों पर नियंत्रण बढाने के पक्ष में हैं।<ref>{{Cite news|title=Ed Miliband's Banking Reform Speech: The Full Details" |url=http://www.newstatesman.com/politics/2014/01/ed-milibands-banking-reform-speech-full-details|publisher =न्यू स्टेट्समैन|accessdate=२४ जुलाई २०१५}}</ref> मिलिबैंड ने निज़ी उद्मोगों पर लगने वाले करों में फेरबदल कर कर्मचारियों के वर्तमान दैनिक भत्तों को बढाने की भी वकालत की है।<ref>{{cite web|title=Ed Miliband lays down living wage challenge|url=http://www.guardian.co.uk/politics/2013/apr/27/ed-miliband-living-wage |publisher=द गार्ज़ियन|accessdate=२४ जुलाई २०१५|date=27 अप्रैल 2013}}</ref>
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====घाटा====
सितम्बर २०१४ में
====2015 के आम चुनाव====
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{| class="sortable wikitable" style="text-align: center;"
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|-
| 1900
| 62,698
| 1.8%
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|-
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|-
|
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|-
|
| 371,802
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|-
|
| 2,245,777
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|-
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|-
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|-
| 1924
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|
| 8,048,968
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| style="text-align: left;" |
|-
| 1931
| 6,339,306
| 30.8%
पंक्ति 379:
| style="text-align: left;" | National Government victory
|-
| 1935
| 7,984,988
| 38.0%
पंक्ति 385:
| style="text-align: left;" | National Government victory
|-
| 1945
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|-
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|-
| 1951
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| 48.8%
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|-
| 1955
| 12,405,254
| 46.4%
| {{Composition bar|277|630|hex=#DC241f}}
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|-
| 1959
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| 43.8%
| {{Composition bar|258|630|hex=#DC241f}}
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|-
| 1964
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|-
| 1966
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|-
|
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|-
|
| 11,645,616
| 37.2%
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|-
|
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| 39.2%
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|-
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|-
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|-
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|-
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|-
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| 43.2%
| {{Composition bar|419|659|hex=#DC241f}}
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|-
| 2001
| 10,724,953
| 40.7%
| {{Composition bar|413|659|hex=#DC241f}}
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|-
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|-
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| {{Composition bar|258|650|hex=#DC241f}}
| style="text-align: left;" |
|-
| 2015
| 9,339,818
| 30.5%
| {{Composition bar|232|650|hex=#DC241f}}
| style="text-align: left;" |
|}
<sup>†</sup>The first election held under the
<sup>‡</sup>The first election under
<sup>#</sup>Franchise extended to all 18 to 20 year-olds under the
==Leadership==
|