"कोबाल्ट": अवतरणों में अंतर

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== मानवीय प्रयोग ==
कोबाल्ट-आधारित नीले [[वर्णक]] (पिगमेंट) हज़ारों वर्षों से मानवों द्वारा प्रयोग होते आ रहें हैं और उन्हें अक्सर [[शीशा]] बनाते हुए शीशे को नीला रंग देने के लिये इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसे बर्तनों, प्यालों, स्याही व अन्य चीज़ों को भी रंगित करने के लिये प्रयोग किया जाता है। आधुनिक काल में आधिकतर कोबाल्ट [[खनिज]] [[अफ़्रीका]] के [[कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य]] और [[ज़ाम्बिया]] देशों में खानों से निकाला जाता है। तीव्र [[लौहचुम्बकत्व]] का गुण रखने वाला यह तत्व अत्यंत चुम्बकीय होता है और उद्योग में इसका प्रयोग एक चुम्बकीय और कठोर धातु के गुणों के कारण किया जाता है। मनुष्य-सहित कई अन्य जीवों को जीवन के लिये बहुत थोड़ीअल्प मात्रा में कोबाल्ट-युक्त आहार खाने की आवश्यकता है।<ref>Wang, Shijie (2006). "Cobalt—Its recovery, recycling, and application". Journal of the Minerals, Metals and Materials Society 58 (10): 47–50. Bibcode:2006JOM....58j..47W. doi:10.1007/s11837-006-0201-y.</ref><ref>Murthy, V. S. R (2003). "Magnetic Properties of Materials". Structure And Properties Of Engineering Materials. p. 381. ISBN 978-0-07-048287-6.</ref>
 
== चित्र ==