"पाली जिला": अवतरणों में अंतर

→‎इतिहास: राणावास
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो अशोक सीरवी (Talk) के संपादनों को हटाकर [[User:संजीव कुमार|संजीव कु...
पंक्ति 29:
== इतिहास ==
पाली जिला के मारवाड तहसील के अन्‍तर्गत धनला गांव का इतिहास बहुत पुराना है स्‍थानीय गांव के अन्‍तर्गत शोभा कोट नामक पहाडी है जंहा पर राव रीडमल रहते थे राव रीडमल के 29 पुत्र थे जिसमें पांचवे पुत्र राव जोधा थे जिन्‍होने जोधपुर की स्‍थापना की को राव के 23 वे पुत्र राव सायरसिंह उर्फ शेरसिहं थे जो कारण वश ध्‍ानला की एक नाडी मे डुबने से देवलोकगमन हो गये तथा ग्रामीणो ने उनका भव्‍य मंदिर बनाया जो आज सारजी महाराज उर्फ भुरा राठौड के नाम से प्रसिद्व है इस गांव का इतिहास बहुत बडा है इस गांव मे ग्राम पंचायत, सनीयर सैकडरी सहित पांच विघालय है गामीण बैक एक सरकारी व 2 निजी अस्‍पताल है तथा राजनीती मे कांबिना मंत्री नरेन्‍द्र कंवर व विधायक केसाराम चौधरी इस गांव के है
 
पाली जिले का राणावास किसी समय में शिक्षा का केंद्र था लेकिन सुविधओं के अभाव के कारण अब यह विशेष नही रह पाया
 
== जनसांख्यिकी ==
एक धारणा के अनुसार पाली का नाम पालीवाल ब्राहम्‍णों के कारण ही पाली पडा है। इतिहास के कुछ अंशों से पता चलता है कि पालीवालों ने विदेशी आक्रांताओं से अपनी मातृभूमि को बचानें के लिये घोर संघर्ष एवं विरोध किया लेकिन विशाल सेना द्वारा उनके इस विरोध को दबा दिया गया और कई लोग मारे गये। वर्तमान में धोला चौतरा नामक स्‍थान पर पालीवाल समाज के व्‍यक्तियों की जनेउ व उनकी पत्नियों के स्‍वेत चूडों का ढेर सा लग गया था। जिसे धोला चबूतरा नामक स्‍थान से जाना गया था।
 
== शिक्षा ==
मरुधर केसरी विद्यालय राणावास
सिनला ग्राम मेँ
सरस्वती विद्या मंदिर पाली
 
सरस्वती विद्या मंदिर उच्च विद्यालय पाली का एक मात्र विद्यालय हे जो शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी देता हे
 
== अन्य ==