"तमस्": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 1:
[[सांख्य दर्शन]] में, प्रकृति के तीन [[गुण (भारतीय संस्कृति)|गुण]] बताए गए हैं - सत् , रजस् और तमस्। ''तमस्'' गुण के प्रधान होने पर व्यक्ति को सत्य-असत्य का कुछ पता नहीं चलता, यानि वो अज्ञान के अंधकार (''तम'') में रहता है। यानि कौन सी बात उसके लिए अच्छी है वा कौन सी बुरी ये यथार्थ पता नहीं चलता और इस स्वभाव के व्यक्ति को ये जानने की जिज्ञासा भी नहीं होती।
== तमस प्रकृति ==
पंक्ति 25:
== इन्हें भी देखें ==
* [[गुण (भारतीय संस्कृति)]] या [[त्रिगुण]]
* [[तपस्]] या तप
|