"जलयान": अवतरणों में अंतर
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अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
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व्यापारी जहाजों में अधिक से अधिक तीन डेक होते हैं। एक डेकवाले जहाज की ऊँचाई पठाण से डेक तथा १५ फुट, दो डेक वाले जहाज की ऊँचाई पठाण से ऊपरी डेक तक २४ फुट और तन डेकवाले की ३५ फुट के लगभग रहती है। लेकिन बड़े समुद्री पोतों और माल जहाजों की समग्र ऊँचाई इससे अधिक हो जाती है।
'''जहाजों का बाहरी आवरण''' - यह इस्पात की चादरों का बना होता है और उसकी मोटाई, जहाज के परिमाण, उसमें भरे जानेवाले माल तथा जिस भाग में वह जड़ा जाता है वहाँ के पानी के दबाव के अनुपात से निश्चित की जाती है। जहाज के पेंदे और अडवाल से नीचे के प्लेट, जिन्हें पेरज (Gunwale) भी कहते हैं सबसे मोटे रखे जाते हैं। मंदान तथा कुदास की निकटवर्ती प्लेटें भी काफी मोटी होती हैं। इनकी अधिक से अधिक मोटाई एक इंच होती है। आवरण प्लेटों की मोटाई इंच के २०वें भाग में नापने की प्रथा है।▼
▲यह इस्पात की चादरों का बना होता है और उसकी मोटाई, जहाज के परिमाण, उसमें भरे जानेवाले माल तथा जिस भाग में वह जड़ा जाता है वहाँ के पानी के दबाव के अनुपात से निश्चित की जाती है। जहाज के पेंदे और अडवाल से नीचे के प्लेट, जिन्हें पेरज (Gunwale) भी कहते हैं सबसे मोटे रखे जाते हैं। मंदान तथा कुदास की निकटवर्ती प्लेटें भी काफी मोटी होती हैं। इनकी अधिक से अधिक मोटाई एक इंच होती है। आवरण प्लेटों की मोटाई इंच के २०वें भाग में नापने की प्रथा है।
== जहाज की चौड़ाई ==
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