[[चित्र:CSVTU-2.jpg|thumbnail|right|280px|सीएसवीटीयू परिसर में स्थित स्वामी विवेकानन्द की मूर्ति]]
'''छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्वविद्यालय''' [[भारत]] के [[छत्तीसगढ़]] राज्य के [[दुर्ग जिला |दुर्ग जिले]] के भिलाई शहर में स्थित तकनीकी विश्वविद्यालय है। इसे संक्षिप्त रूप से सीएसवीटीयू के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री [[मनमोहन_सिंह | डॉ मनमोहन सिंह]] के हाथों [[३० जुलाई]] [[२००५]] को हुई थी। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध राज्य में ४५ इंजीनियरिंग महाविद्यालय, एक आर्किटेक्चर महाविद्यालय, ३८ पॉलीटेक्निक और ११ फार्मेसी महाविद्यालय शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध राज्य में ८६ तकनीकी संस्थान हैं, इनमें ४३ निजी, ३ स्वशासी-स्ववित्तीय और ३ शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय हैं, जिनकी कुल प्रवेश क्षमता १८,८७० है। इसके अलावा विशविद्यालय से संबद्ध में २३ शासकीय एवं २० निजी पॉलीटेक्निक हैं, जिनकी कुल प्रवेश क्षमता ७७२० है। शासकीय पॉलीटेक्निक संस्थाओं में १४ पत्रोपाधि पाठ्यक्रम तथा १ शासकीय एवं ८ निजी डिप्लोमा फार्मेसी संस्थाओं में फार्मेसी पत्रोपाधि पाठ्यक्रम, इस प्रकार कुल १५ पत्रोपाधि पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। ३ फार्मेसी कॉलेज और ११ प्रबंधन संस्थान हैं।
[[चित्र:CSVTU.jpg|thumbnail|right|280px|सीएसवीटीयू का मुख्य प्रवेश द्वार]]
== सीएसवीटीयू काकार्य सरकारीकरणपरिषद ==
सीएसवीटीयू कार्य परिषद में निजी कॉलेज के प्राध्यापकों के वर्चस्व को देखते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा ने २५ जुलाई २०१४ को सीएसवीटीयू अधिनियम २००४ में संशोधन करते हुए कार्य परिषद में सदस्यों की संख्या ३२ से घटाकर सीधे १११ कर दिया।दी। इसमें भी सात पद को पदेन हैं, जिनमें वित्त, तकनीकी शिक्षा, तकनीकी शिक्षा संचालनालय के अधिकारी पदस्थशामिल हैं। बाकी होंगे।बचे ४ पदों में से एक पद विधानसभा के नामित सदस्य और एक संबद्ध कॉलेज के प्राध्यापक के लिए सुरक्षित रखा गया है।