"यथार्थवाद (अंतरराष्ट्रीय संबंध)": अवतरणों में अंतर
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'''मानव स्वभाव यथार्थवादीयों''' (''Human nature realists'') का मानना है, कि [[राज्य]] स्वाभाविक रूप से ही आक्रामक होते हैं अतः क्षेत्रीय विस्तार को शक्तियों का विरोध करके ही असीमाबद्ध किया गया है। जबकि दुसरे '''आक्रामक/ रक्षात्मक यथार्थवादीयों''' (''Offensive/defensive realists'') का मानना है कि राज्य हमेंशा अपने अस्तित्व की सुरक्षा और निरंतरता की चिंता से ग्रस्त रहते हैं। रक्षात्मक दृष्टिकोण एक [[सुरक्षा दुविधा]] (Security dilemma) की तरफ ले जाता है, क्योंकि जहां एक [[राष्ट्र]] खुद की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए हथियार बनता है, तो वहीं प्रतिद्वंद्वी भी साथ ही साथ समानांतर लाभ प्राप्त करने की कोशिश करता है। इसलिए यह प्रक्रिया और अधिक अस्थिरता की ओर ले जा सकती है यहाँ [[सुरक्षा]] को केवल '''शून्य राशि खेल/[[शून्य-संचय खेल]]''' ([[ज़ीरो सम गेम्स]]) के रूप में देखा जा सकता है, जहाँ केवल [[सापेक्ष लाभ]] मिल सकता है।
== इन्हें भी देखें
तपन बिसवाल किताब
== बाहरी कड़ियाँ ==
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