[[चित्र:Paperback book with green cover.jpg|thumb|right|हरे आवरण वाली एक अजिल्द पुस्तक]]'''अजिल्द''', '''पेपरबैक''', या '''कागजी जिल्द''', किसी पुस्तक को उसकी [[जिल्दसाज़ी]] के अनुसार परिभाषित करती है। अजिल्द पुस्तकों के आवरण पृष्ठ अमूमन [[कागज]] या अपेक्षाकृत थोड़े मोटे कागज के बने होते हैं, साथ ही इन्हेइन्हें सिलने या तार पिरोकर जोड़ने के बजाय चिपकाया जाता है। अजिल्द पुस्तकों का चलन 19 वीं शताब्दी की शुरुआत से चला आ रहा है। अजिल्द पुस्तकेपुस्तकें, [[सजिल्द]] पुस्तकों की तुलना में सस्ती, पर कम टिकाऊ होती हैं।
किसी पुस्तक का अजिल्द संस्करण तब ही जारी किया जातीजाता है जब कोई कंपनी किसी पुस्तक को एक कम लागत वाले प्रारूप में जारी करने का फैसला करती है। सस्ते कागज, सरेसी जिल्दसाज़ी और एक मोटे आवरण के आभावअभाव में एक अजिल्द पुस्तक की निर्माण लागत में एक सजिल्द पुस्तक की तुलना में, उल्लेखनीय कमी आती है। यदि कोई पुस्तक बहुत अधिक प्रसिद्ध ना हो या फिर उसके प्रसिद्ध होने के मौके अधिक ना हों या कोई प्रकाशक किसी पुस्तक पर अधिक पैसा लगाने को तैयार ना हो, तो उसे अजिल्द संस्करण में जारी करना एक अच्छा विकल्प है। अजिल्द पुस्तको के सबसे अच्छे उदाहरणों में अधिकतर उपन्यास और पुरानी पुस्तकों के पुनर्मुद्रित, नए संस्करण शामिल हैं।