यह स्थान चोपटा-ऊकीमठ मार्ग पर स्थित है। जो कि सारी गांव के आरम्भ मार्ग से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह झील चारों तरफ से वनों से घिरी हुई है। चौकम्बा शिखर का पड़ने वाला प्रतिबिम्ब इस झील को ओर अधिक खूबसूरत बनाता है।
===सिलगाँव===
इस गाँव के नजदीक ही एक काली माता का मंदिर है जिसे माँ मठियाणा के नाम से ज्यादा जाना जाता हैI कहते हैं की सच्चे दिल से जो भी माँ के मंदिर में आता है माँ उसकी मनोकामना पूर्ण करती हैI
माँ मठियाणा वाली एक काली माँ का मंदिर है! जो मठियाणा नामक जगह में पड़ता है! (तिलवाडा रुद्रप्रयाग) इसलिए इसे माँ मठियाणा के नाम से जाना जाता है,, किसी समय में इसकी देख रेख 11 गाँव के लोग किया करते थे! मगर अब ये सरकार के अंतर्गत आता है! एक समय था जब यहाँ पशु बलि की प्रथा हुवा करती थी! मगर कई साल पहले स्थानीय लोगों ने और प्रशासन ने समझदारी दिखा के, इस अन्धविश्वासी प्रथा पे रोक लगा दी थी,, इस मंदिर की खूबसुरती इतनी दिलकशनुमा है! की एक बार आने पे बार बार आने का मन करता है! यहाँ से आप सुंदर हिमालय के दर्शन भी कर सकते हो,,, मंदिर ऊपर चोटी पे होने कि बजह से दूर तक का नज़ारा बहुत रमणीय लगता है.... इसके आस पास के गाँव ,,मठियाणा,, चौंरिया, सौंदा, सिलगांव, मारगांव, घरियाणा, कोट, सकन्याना, कुईला खाल, आते हैं! माँ में लोगों का अटूट विश्वास है! माँ अपने भक्तों पे अपनी कृपा हमेशा बनाये रखती है....माँ के पास जो भी सच्ची श्रदा से जाते हैं.... माँ सदा उसकी मनोकामना पूर्ण करती है.... जितने भी देश विदेश में रहते हैं...उन सभी का कहना है कि हम पे माँ कि कृपा बन रहने के कारण हम पर कभी विपति नही आई है....माँ सदा से ही अपने भक्तों कि रक्षा करती आई है....मैं यश पँवार माँ से प्राथना करूँगा कि समस्त मानव जाती और धरती पे सारे प्राणियों कि रक्षा करना......यश पँवार 7206081090