"मोना लीज़ा": अवतरणों में अंतर

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==मोनालिसा : एक अनसुलझा रहस्य==
 
मोनालिसा कला जगत का वह जाना पहचाना नाम है जिससे पूरी दुनिया परिचित है, कौन है मोनालिसा? वह क्या है इसकी विशेषता? सदियों से कलाकारों, कलाप्रेमियों के साथ-साथ सामान्य लोगों के लिए भी एक अबूझ पहेली रही है। मोनालिसा विश्‍व प्रसिद्ध ईटली के महान कलाकार लीयनार्दो दि विंची की वह अमर कलाकृति है जिसे विंची ने सन् 1503 से 1507 के मध्य पेंट किया इस चित्र को बनाने में लीयनार्दो को चार वर्ष लगे, यद्यपि इसी दौरान उन्होंने सेन्टपॉल बपतिस्त तथा वर्जिन एण्ड चाईल्ड विद सेंट आंद्रे नामक दो अन्य कलाकृतियाँ भी बनाई। लगभग 500 वर्ष पूर्व 30.5” ऊँचे 20 7/8 चौड़े, 12 मी0 मी0 मोटाई के पोपलर लकड़ी के पैनल पर आयल कलर से बनें महिला के पोटे्टपोर्ट्रेट पर पूरी दुनिया में रिसर्च व बहस चल रही है। यह रिसर्च केवल कलाकारों, कलासमीक्षकों व इतिहासकारों तक ही सीमित नहीं है बल्कि डॉक्टर, कम्प्यूटर विशेषज्ञों सहित अन्य क्षेत्र के धुरंधर भी अपने-अपने तरीके से इस रहस्य को सुलझाने में जुटे हुए हैं। आजतक दुनिया की किसी भी अन्य कलाकृर्ति के बारे में इतना विवाद व कौतूहल नहीं रहा जितना मोनालिसा के बारे में है। इस कलाकृति को बनाने वाले कालजयी कलाकार लिनाददीविंची का जन्म ईटली के फ्लोरेंस शहर के पूर्व दिशा में स्‍थित विंची नामक एक छोटे से कस्बे में सन् 1452 को हुआ था। इनके पिता सर पियरेंदविंची एक नोटरी थे व बचपन से ही कला में लीयनार्दो की गहरी रूची को पिता ने कला की उच्च शिक्षा के लिए पैरिस भेज दिया। जो कि उस समय कला शिक्षा का एक प्रमुख केन्द्र था, यहाँ रह कर वे एक बेराकिया के स्टूडियों में कला की शिक्षा लेने लगे। यहाँ रहकर लीयनार्दो ने अपने गुरू से चित्रकला का व्यापक ज्ञान प्राप्‍त किया व इसकी बारीकियों से परिचित हुए। शीघ्र ही गुरू ने महसूस किया कि उनका शिष्य उनसे भी कहीं गुणी व प्रतिभावान है, अतः गुरू के पास जितना भी ज्ञान था, अपने शिष्य विंची को दे दिया।
 
चित्रकला के अतिरिक्त इंजीनियरिंग, मानव शरीर संरचना के अध्ययन में भी लियनार्दो को महारत हासिल थी वे सचमुच के जीनियस थे। राईट बंधुओं के जन्म से सैकड़ों वर्ष पहले जब हवाई जहाज की कल्पना भी मुश्किल थी तब लियनार्दो ने हवा में उड़ने वाली मशीन का माडल बनाया था। मानव शरीर की जटिल संरचना को समझने के जूनून के चलते लियनार्दो रात के अंधेरे में कब्रिस्तान से शव खोद कर स्टूडियों में लाकर उसकी चीरफाड़ करते। मानव शरीर के आंतरिक अंगों को काटते व उनकी ड्रांइंग बनाकर विस्तृत नोट्स लिखते। ये ऐतिहासिक ड्रांइंग्स व नोट्स आज भी सुरक्षित हैं, यूँ तो लियनार्दो ने अपने जीवन में सैकड़ों पेंटिंगस् व स्केच बनाये हैं जिनमें से कुछ प्रसिद्ध कला-कृतियों के नाम हैं, दा लास्ट सपर, मेडोना इन इत्यादि पर जितनी अधिक ख्याति मोनालिसा नामक कृति को मिली है, वह वास्तव में हैरतंगेज है।