"संधि (व्याकरण)": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
103.18.72.204 (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 2910297 को पूर्ववत किया |
||
पंक्ति 95:
'''(ग)''' ‘ऋ’ के आगे किसी विजातीय स्वर के आने पर ऋ को ‘र्’ हो जाता है। इन्हें यण-संधि कहते हैं।
:'''इ + अ = य् + अ''' ; यदि + अपि = यद्यपि
|