"हूण लोग": अवतरणों में अंतर

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'''हूण''' [[गुर्जर|गुर्जर लोगों]] का वंश था जिनका मूल स्थान [[वोल्गा]] के पूर्व में था। वे ३७० ई में यूरोप में पहुँचे और वहाँ विशाल साम्राज्य हूण साम्राज्य खड़ा किया।
==शिवभक्त हूण==
हर हर महादेव का जय घोष भी हूणों से जुडा प्रतीत होता है क्योकि हूणों कि दक्षिणी शाखा को हारा-हूण कहते थे,संभवत हारा-हूण से ही हारा/हाडा गोत्र कि उत्पत्ति हुई हैं| हाडा लोगों के आधिपत्य के कारण ही कोटा-बूंदी इलाका हाडौती कहलाता हैं राजस्थान का यह हाडौती सम्भाग कभी हूण प्रदेश कहलाता था| आज भी इस इलाके में हूण गोत्र के <big>गुर्जरों</big> के अनेक गांव हैं| यहाँ यह उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध इतिहासकार वी. ए. स्मिथ,विलियम क्रुक आदि ने <big>गुर्जरों</big> को श्वेत हूणों से सम्बंधित माना हैं| इतिहासकार कैम्पबेल और डी. आर. भंडारकर <big>गुर्जरों</big> की उत्त्पत्ति श्वेत हूणों की खज़र शाखा से मानते हैं| बूंदी इलाके में रामेश्वर महादेव,भीमलत और झर महादेव हूणों के बनवाये प्रसिद्ध शिव मंदिर हैं| बिजोलिया,चित्तोरगढ़ के समीप स्थित मैनाल कभी हूण राजा अन्गत्सी की राजधानी थी,जहा हूणों ने तिलस्वा महादेव का मंदिर बनवाया था| यह मंदिर आज भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता हैं| कर्नल टाड़ के अनुसार बडोली,कोटा में स्थित सुप्रसिद्ध शिव मंदिर पंवार/परमार वंश के हूणराज ने बनवाया था|
इस प्रकार हम देखते हैं की हूण और उनका नेता मिहिरकुल भारत में बौद्ध धर्म के अवसान और शैव धर्म के विकास से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं|<ref>[http://janitihas.blogspot.in/2012/10/shiv-bhakt-samrat-mihirkul-hun.html शिव भक्त सम्राट मिहिरकुल हूण : डॉ॰सुशील भाटी]</ref>
==ग्वालियर से हूण गुर्जरोँ का संबंध==
ग्वालियर इलाका पहले हूणों का और कालांतर में गुर्जरों के शक्ति का केंद्र रहा हैं| गुर्जरों की घनी आबादी और प्राचीन काल से ही यहाँ हूण-गुर्जरों के शक्तिशाली होने के कारण ग्वालियर इलाका उन्नीसवी शताब्दी तक [[गूर्जराघार]] कहलाता था|
==हूण गुर्जरोँ का चौहान गुर्जरोँ से संबंध==
कहा जाता है कि चौहान अथवा चव्हाण, चौ+हूण से मिलकर बना है! यहाँ यह उल्लेखनीय है कि [[चौहान]] और हूण दोनों ही चेची गुर्जरोँ की शाखा है।
== इन्हें भी देखें ==
* [[समुद्रगुप्त]]
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* Dorn'eich, Chris M. 2008. [http://chrisdorneich.tumblr.com/ Chinese sources on the History of the Niusi-Wusi-Asi(oi)-Rishi(ka)-Arsi-Arshi-Ruzhi and their Kueishuang-Kushan Dynasty.] ''Shiji 110/Hanshu 94A: The Xiongnu: Synopsis of Chinese original Text and several Western Translations with Extant Annotations''. A blog on Central Asian history.
* archive.worldhistoria.com/gurjar-samrat-dev-pal-last-hindu-emperor-of-india_topic19254.html
* [http://janitihas.blogspot.in/2012/10/shiv-bhakt-samrat-mihirkul-hun.html शिव भक्त सम्राट मिहिरकुल हूण : डॉ॰सुशील भाट]
[[श्रेणी:हूण]]
[[श्रेणी:रूस के प्राचीन निवासी]]
[[श्रेणी:गुर्जर गौत्र]]
==संदर्भ==