मुझे बचपन से ही किताबकिताबों पडने का शौक रहा है।हारि पोट्टर , शरलक होमस , त्री मिसटेकस , फिफटी शेइड्स ओफ ग्रे, प्राइड एंड प्रीजूडिस , ओलेवर टिस्ट आदी किताबों पडी है।मैनेहै।मुझे डानलगता ब्रौनहे की नोवलइन पडनेकिताबों अन्य पुस्तकों से अलग है । मैं दोनों कथा के साथ-साथ गैर-फिक्शन किताबें पढ़ते हैं ।अंग्रेजी में डैन ब्राउन मेरी पसंदीदा लेखक है और हिन्दी में मेरी पसंदीदा लेखक कीशुरुआतप्रेमचंद की।मैंहै।मैं उनके द्वारा उपयोग मे लाई गइ भाषा से काफी प्र्भावितप्रभावित हुआ औरहै। फिरमैने कई औरअन्य लेखकों कि किताबों पडी है।मुझे विज्ञान से भी काफी लगाव है।बचपन में मेने अनेक प्र्योग किया है।विज्ञान में मेरे इस ब्याज के कारन मैंने मेरे बि.एसी केलिए विज्ञान चुना।चुना।मैं विज्ञान प्रदर्शनों में भाग लिया हैं और पुरस्कारों प्राप्त किया हैं।
कला:
मुझको शास्त्रीय संगीत में रुची हैं।मैं तीसरी कक्षा के बाद से संगीत सीखने शुरू कर दिया।बचपन में मुझको गायन के लिए कई पुरस्कार मिल गया है।मुझको भाषण में अच्छाभी करनेब्याज कीहै।भाषण क्षमतादेना मेरा जुनून है।
भाषण देना मेरा जुनून है।
प्रेरना:
मेरे जीवन में कई महान व्यक्तित्व ने प्रेरना किया है इन में से ए-पी-जे अब्दुल कलाम मेरेने प्रेरनासबसे काअधिक स्रोतप्रेरना दिया रहै।जबहै।जब भी मुझे प्रेरना की क्भी महसुस होती मैं उनके बारे में सोचता है।अपने विचारों से मेरे व्यक्तित्व को विकसित करने में बहुत अधिक मदद किया है।मेरेलिए जीवन जीना आसन है पर इन महान व्यक्तित्वों के जैसे जीना मुश्किल है।
लक्ष्य:
मेरे जीवन मैं कुछ असाधारन करना चाहता है।मैं आगे चलाकर एक शिक्षक बनना चाहता था ह्ँ क्योंकी मैं अपना ज्ञान दूसरों के साथ बाँटना चाहता हूँ।मैं मेरा माँ के जैसे एक शिक्षक बनना चाहता है ।मेरे यह सपना है की मैं भारत के विकास में अपना योगदान दूँ और मैं भारत की आने वाली पीडियों को ज्ञान वर्धन करना चाहता हैं ।बच्चों हमारे भविष्य है यह समजकर मैं इसकेलिए प्रयत्न करेगा।