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मेरे बारे मैं: मेरा नाम एबी टोम है।मेरा जन्म मनामा ,बहरीन(https://en.wikipedia.org/wiki/Manama) में सन मार्च २४-१९९७ में हुआ । मैने अपनी उच्च शिक्षा क्रसेन्ट पबलिक स्कूल (http://www.crescentpublicschool.net/) से प्राप्त की और अब मैं क्राइस्ट युनिवर्सिटी(http://christuniversity.in/) में बि.एसी- पी. एम. ई कर रहा हूँ।मेरे माताजी का नाम शैनी टोमी और वो एक अध्यापिका है और् पिताजी के नाम टोमी पोलोस है और वो एक किसान है।मेरे को एक धीदी है ।उनकी नाम लिन्टा ट्रीसा है और वो एम एस सी करती हूँ।
बारे में:
रुची: मुझे बचपन से ही किताबों पडने का शौक रहा है।हारि पोट्टर , शरलक होमस , त्री मिसटेकस , फिफटी शेइड्स ओफ ग्रे, प्राइड एंड प्रीजूडिस , ओलेवर टिस्ट आदी किताबों पडी है।मुझे लगता हे की इन किताबों अन्य पुस्तकों से अलग है । मैं दोनों कथा के साथ-साथ गैर-फिक्शन किताबें पढ़ते हैं ।अंग्रेजी में डैन ब्राउन (https://en.wikipedia.org/wiki/Dan_Brown)मेरी पसंदीदा लेखक है और हिन्दी में मेरी पसंदीदा लेखक प्रेमचंद(https://en.wikipedia.org/wiki/Premchand) है।मैं उनके द्वारा उपयोग मे लाई गइ भाषा से काफी प्रभावित हुआ है। मैने कई अन्य लेखकों कि किताबों पडी है।मुझे विज्ञान से भी काफी लगाव है।बचपन में मेने अनेक प्र्योग किया है।विज्ञान में मेरे इस ब्याज के कारन मैंने मेरे बि.एसी केलिए विज्ञान चुना।मैं विज्ञान प्रदर्शनों में भाग लिया हैं और पुरस्कारों प्राप्त किया हैं।
मेरा नाम एबी टोम है।मेरा जन्म मनामा ,बहरीन(https://en.wikipedia.org/wiki/Manama) में सन मार्च २४-१९९७ में हुआ । मैने अपनी उच्च शिक्षा क्रसेन्ट पबलिक स्कूल (http://www.crescentpublicschool.net/) से प्राप्त की और अब मैं क्राइस्ट युनिवर्सिटी(http://christuniversity.in/) में बि.एसी- पी. एम. ई कर रहा हूँ।मेरे माताजी का नाम शैनी टोमी और वो एक अध्यापिका है और् पिताजी के नाम टोमी पोलोस है और वो एक किसान है।मेरे को एक धीदी है ।उनकी नाम लिन्टा ट्रीसा है और वो एम एस सी करती हूँ।
कला: मुझको शास्त्रीय संगीत में रुची हैं।मैं तीसरी कक्षा के बाद से संगीत सीखने शुरू कर दिया।बचपन में मुझको गायन के लिए कई पुरस्कार मिल गया है।मुझको भाषण में भी ब्याज है।भाषण देना मेरा जुनून है।
 
प्रेरना: मेरे जीवन में कई महान व्यक्तित्व ने प्रेरना किया है इन में से ए-पी-जे अब्दुल कलाम(https://en.wikipedia.org/wiki/A._P._J._Abdul_Kalam) ने सबसे अधिक प्रेरना दिया है।जब भी मुझे प्रेरना की क्भी महसुस होती मैं उनके बारे में सोचता है।अपने विचारों से मेरे व्यक्तित्व को विकसित करने में बहुत अधिक मदद किया है।मेरेलिए जीवन जीना आसन है पर इन महान व्यक्तित्वों के जैसे जीना मुश्किल है।
रुची:
लक्ष्य:मेरे जीवन मैं कुछ असाधारन करना चाहता है।मैं आगे चलाकर एक शिक्षक(https://en.wikipedia.org/wiki/Teacher) बनना चाहता था ह्ँ क्योंकी मैं अपना ज्ञान दूसरों के साथ बाँटना चाहता हूँ।मैं मेरा माँ के जैसे एक शिक्षक बनना चाहता है ।मेरे यह सपना है की मैं भारत के विकास में अपना योगदान दूँ और मैं भारत की आने वाली पीडियों को ज्ञान वर्धन करना चाहता हैं ।बच्चों हमारे भविष्य है यह समजकर मैं इसकेलिए प्रयत्न करेगा।
मुझे बचपन से ही किताबों पडने का शौक रहा है।हारि पोट्टर , शरलक होमस , त्री मिसटेकस , फिफटी शेइड्स ओफ ग्रे, प्राइड एंड प्रीजूडिस , ओलेवर टिस्ट आदी किताबों पडी है।मुझे लगता हे की इन किताबों अन्य पुस्तकों से अलग है । मैं दोनों कथा के साथ-साथ गैर-फिक्शन किताबें पढ़ते हैं ।अंग्रेजी में डैन ब्राउन (https://en.wikipedia.org/wiki/Dan_Brown)मेरी पसंदीदा लेखक है और हिन्दी में मेरी पसंदीदा लेखक प्रेमचंद(https://en.wikipedia.org/wiki/Premchand) है।मैं उनके द्वारा उपयोग मे लाई गइ भाषा से काफी प्रभावित हुआ है। मैने कई अन्य लेखकों कि किताबों पडी है।मुझे विज्ञान से भी काफी लगाव है।बचपन में मेने अनेक प्र्योग किया है।विज्ञान में मेरे इस ब्याज के कारन मैंने मेरे बि.एसी केलिए विज्ञान चुना।मैं विज्ञान प्रदर्शनों में भाग लिया हैं और पुरस्कारों प्राप्त किया हैं।
 
कला:
मुझको शास्त्रीय संगीत में रुची हैं।मैं तीसरी कक्षा के बाद से संगीत सीखने शुरू कर दिया।बचपन में मुझको गायन के लिए कई पुरस्कार मिल गया है।मुझको भाषण में भी ब्याज है।भाषण देना मेरा जुनून है।
 
प्रेरना:
मेरे जीवन में कई महान व्यक्तित्व ने प्रेरना किया है इन में से ए-पी-जे अब्दुल कलाम(https://en.wikipedia.org/wiki/A._P._J._Abdul_Kalam) ने सबसे अधिक प्रेरना दिया है।जब भी मुझे प्रेरना की क्भी महसुस होती मैं उनके बारे में सोचता है।अपने विचारों से मेरे व्यक्तित्व को विकसित करने में बहुत अधिक मदद किया है।मेरेलिए जीवन जीना आसन है पर इन महान व्यक्तित्वों के जैसे जीना मुश्किल है।
 
लक्ष्य:
मेरे जीवन मैं कुछ असाधारन करना चाहता है।मैं आगे चलाकर एक शिक्षक(https://en.wikipedia.org/wiki/Teacher) बनना चाहता था ह्ँ क्योंकी मैं अपना ज्ञान दूसरों के साथ बाँटना चाहता हूँ।मैं मेरा माँ के जैसे एक शिक्षक बनना चाहता है ।मेरे यह सपना है की मैं भारत के विकास में अपना योगदान दूँ और मैं भारत की आने वाली पीडियों को ज्ञान वर्धन करना चाहता हैं ।बच्चों हमारे भविष्य है यह समजकर मैं इसकेलिए प्रयत्न करेगा।