"पवहारी बाबा": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 13:
 
युवा काल में एक ब्रह्मचारी के रूप में उन्होंने ने अनेक तीर्थो की यात्रा की। काठियावाड़ के गिरनार पर्वत में वे योग के रहस्यों से दीक्षित हुए। [4] अद्वैत वेदांत की शिक्षा उन्होंने वाराणसी के एक दूसरे साधक से ग्रहण की। [6]
 
=== गाजीपुर में तपस्वी जीवन ===
 
=== उल्लेखनीय घटनाऐं ===
 
=== स्वामी विवेकानंद से भेंट ===
 
=== देह-त्याग ===