"पवहारी बाबा": अवतरणों में अंतर
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=== गाजीपुर में में पुनरागमन और तपस्वी जीवन ===
स्वामी विवेकानंद के अनुसार जब नवयुवक पवहारी बाबा वापस ग़ाज़ीपुर लौटे तो लोगों ने उनमें आमूल-चूल परिवर्तन देखा. वह आध्यात्मिक दैनिक साधना में लग गए. गंभीर साधना हेतु उन्होंने घर के अंदर एक भूमिगत कन्दरा बनाई जिसमें बैठ कर वे दिनों दिन साधना किया करते थे. एक बार तो वो महीनो घर से बहार नहीं निकले.
=== उल्लेखनीय घटनाऐं ===
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=== देह-त्याग ===
=== सन्दर्भ ===
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