"साँचा:उद्धरण आवश्यक/testcases": अवतरणों में अंतर

दिए गए लेख में आत्मा और भूतो के बारे में एवम् उनसे बचने के लिए उपाय
 
प्रचार सामग्री थी
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भुत प्रेत और आत्मा_---में अपने और दुसरो के साथ कुछ हुए हादसे आपके साथ प्रस्तुत कर रहा हु यह मेरे विचार नहीं एक सच्ची घटना हे में खुद इन पर पूर्णतः विस्वास करता हूँ। जब किसी व्यक्ति की मोत दुर्धटना या उसे किसी दूसरे या अपने ही ने तडपा तड़पा कर मारा हो तो उस व्यक्ति की आत्मा को शान्ति नहीं मिलती। हिन्दू धर्मं के अनुसार हर व्यक्ति का जन्म ओर मृत्यु में इंसान की आत्मा जन्म शरीर के साथ लेती हे परन्तु वह मरती शारीर के साथ नहीं हे। वह तो अमर हे वह ब्रमहा में लीन हो जाती हे परन्तु उसका भी समय रहता हे जब तक आत्मा परमात्मा में लीन नहीं होती उसके चाहने वाले या ना चाहने वाले संसार में पूरी तरह सुखी नहीं रह सकते वे अपने आपको असुरक्षित महशुस करते हे ।किसी आत्मा का भयंकर रूप भुत प्रेत चुड़ैल आदि रूपो में सामने आता हे हिन्दू धर्म में इनके प्रकोप से बचने के लिये कई जातीयो में एक उपाय किया जाता है किसी इंसान की असमय मृत्यु हो जाने पर उसको याद कर ख़ुशी खुशी पत्थर में मानकर उनकी पूजा की जाती हे चौदस को उनके नाम से उनके स्थान पर दिए जलाए जाते हे और विशेष त्यौहार पर पूजा अर्चना की जाती हे अभी के लिए इतना ही आपको किसी बुरी आत्मा के प्रकोप से जानने के लिये और खुद को बचने के लिये संपर्क करे 8817501101 पर ।धन्यवाद