"स्वर्ग लोक": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन
Dnyaneshwar ghule (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 2979017 को पूर्ववत किया
पंक्ति 1:
'''स्वर्ग लोक''' या '''देवलोक''' हिन्दू मान्यता के अनुसार [[ब्रह्माण्ड]] के उस स्थान को कहते हैं जहाँ हिन्दू देवी-देवताओं का वास है। जहा सभी सुख भोहने को मिलता है|
 
[[हिन्दू धर्म]] में [[विष्णु पुराण]] के अनुसार, '''कृतक त्रैलोक्य''' -- भूः, भुवः और स्वः – ये तीनों लोक मिलकर कृतक त्रैलोक्य कहलाते हैं। सूर्य और ध्रुव के बीच जो चौदह लाख योजन का अन्तर है, उसे स्वर्लोक कहते हैं।