"मैथिली भाषा": अवतरणों में अंतर
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== विकास ==
मैथिली का प्रथम प्रमाण [[रामायण]] में मिलता है। यह [[त्रेता युग]] में [[मिथिलानरेश]] [[राजा जनक]] की [[राज्यभाषा]] थी। इस प्रकार यह इतिहास की प्राचीनतम भाषा मानी जाती है। प्राचीन मैथिली के विकास का शुरूआती दौर [[प्राकृत]] और [[अपभ्रंश]] के विकास से जोड़ा जाता है। लगभग ७०० इस्वी के आसपास इसमें रचनाएं की जाने लगी। [[विद्यापति]] मैथिली के [[आदिकवि]] तथा सर्वाधिक ज्ञाता कवि हैं। विद्यापति ने मैथिली के अतिरिक्त [[संस्कृत]] तथा [[अवहट्ट]] में भी रचनाएं लिखीं। ये वह दो प्रमुख भाषाएं हैं जहाँ से मैथिली का विकास हुआ। [[भारत]] की लगभग 5.6 प्रतिशत आबादी लगभग 7-8 करोड़ लोग मैथिली को [[मातृ-भाषा]] के रुप में प्रयोग करते हैं और इसके प्रयोगकर्ता [[भारत]] और [[नेपाल]] के विभिन्न हिस्सों सहित विश्व के कई देशों में फैले हैं। मैथिली विश्व के सर्वाधिक समृद्ध, शालीन और मिठास पूर्ण भाषाओं में से एक मानी जाती है। मैथिली [[भारत]] में एक [[राजभाषा]] के रूप में सम्मानित है। मैथिली की अपनी [[लिपि]] है जो एक समृद्ध भाषा की प्रथम पहचान है। नेपाल हो या भारत कही भी सरकार के द्वारा मैथिली भाषा के विकास हेतु कोई कदम नहीं उठाया गया है। अब जा कर गैर सरकारी संस्था और [[मीडिया]] द्वारा मैथिली के विकास का थोड़ा प्रयास हो रहा है। अभी १५/२० रेडियो स्टेशन ऐसे है जिसमें मैथिली भाषा में कार्यक्रम प्रसारित किया जाता है। समाचार हो या नाटक कला और अन्तरवार्ता भी मैथिली हो रहा है। किसी किसी रेडिओ में तो ५०% से अधिक कार्यक्रम मैथिली में हो रहा है। ये पिछले २/३ वर्षो से विकास हो रहा है ये सिलसिला जारी है। टीवी में भी अब मैथिली में खबर दिखाती है। नेपाल में कुछ चैनल है जैसे नेपाल 1, सागरमाथा चैनल, तराई टीवी और मकालू टीवी है।
== साहित्य ==
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