"दारा प्रथम": अवतरणों में अंतर

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'''दारा प्रथम''' या '''दारयुश''' या 'दारुश' या 'डैरियस' प्राचीन ईरान के [[हख़ामनी वंश]] का प्रसिद्ध शासक था जिसे इतिहास में धार्मिक सहिष्णुता तथा अपने शिलालेखों के लिए जाना जाता है। वह फ़ारसी साम्राज्य के संस्थापक [[कुरोश]] (साइरस) के बाद हख़ामनी वंश का सबसे प्रभावशाली शासक माना जाता है। [[कम्बोजिया]] के मरने के बाद ''बरदिया'' नामक [[माग़ी]] ने सिंहासन के लिए दावा किया था। छः अन्य राजपरिवारों के साथ मिलकर उसने बरदिया को मार डाला और इसके बाद उसका राजतिलक हुआ। उसने अपने शासन काल में पश्चिमी ईरान के [[बिसितुन]] में एक शिलालेख खुदवाया था जिसे प्राचीन ईरान के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है।
 
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दूरस्थ प्रांतों से संबंध बनाए रखने के लिए साम्राज्य भर में सुदंर विस्तृत सड़कें बनी हुई थीं। नील नदी से लेकर लाल समुद्र तक एक नहर भी बनी हुई थी। दारा के विरुद्ध एशिया माइनर के आयोनियन यूनानियों ने विद्रोह किय। लेकिन यह विद्रोह दबा दिया गया। विद्रोह के केंद्र माइलेतस (Miletus) नगर पर कब्जा करने के बाद वहाँ के समस्त पुरुषों को ईरानियों ने कत्ल कर दिया और स्त्रियों तथा बच्चों को बंदी बनाकर ले गए (४९९ से ४९४ ई.पू.)।
 
[[एशिया माइनर]] के यूनानियों को एथेंस के यूनानियों ने विद्रोह के लिय भड़काया था। अत: ई.पू. ४९० में, दारा ने एथेंस को ध्वस्त करने के लिए एक विशाल सेना लेकर यूनान पर चढ़ाई कर दी। लेकिन इस आक्रमण में दारा को सफलता नहीं मिली और माराथॉन के युद्ध में (ई.पू. ४९०) पराजित होकर ईरानियों को वापस लौट जाना पड़ा। दारा माराथॉन की हार को नहीं भूला; और बदला लेने के लिए वह फिर जोरदार तैयारी में लग गया। लेकिन तैयारी के बीच ही ई.पू. ४८५ में उसकी मृत्यु हो गई।<ref>{{cite book|last=शाहबाज़ी |first=शापुर |title=Encyclopedia Iranica|trans_title=ईरान का विश्वकोश|year=1996|volume=7|publisher=कोलम्बिया विश्वविद्यालय|location=न्यूयॉर्क |chapter=Darius I the Great|url=http://www.iranicaonline.org/articles/darius-iii|langauge=अंग्रेज़ी}}</ref>
 
== इन्हें भी देखिए ==
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*[[दारा द्वितीय]]
*[[दारा तृतीय]]
 
== सन्दर्भ ==
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