"अजीव": अवतरणों में अंतर

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=== आकाश-अस्तिकाय ===
आकाश द्रव्य के दो भेद हैं:<ref>Sharma, C. (1997)</ref>-
#लोकाक्ष
#अलोकाकाक्ष<br>
 
=== पुद्गल-अस्तिकाय ===
पुद्गल शब्द दो शब्दों के मेल से बना हैं: पुद् यानि की एकीकरण और गल यानि की विभाजन।
 
जिसका निरंतर एकीकरण और विभाजन होता हैं उससे पुद्गल कहते हैं। अंग्रेजी भाषा में इसे मैटर (matter) कहते हैं। जैन ग्रंथों में पुद्गल की निम्नलिखित विशेषताएं बताई गयीं हैं<ref>"Sparsharasagandhavarnavantah pudgalah" - [[आचार्य उमास्वामी|Umasvati]], [[तत्त्वार्थ सूत्र|Tattvarthadhigama-sutra]], v.23</ref> :-
*स्पर्श किया जा सकता हैंहैं।
*स्वाद लिया जा सकता हैंहैं।
*सूंघा जा सकता हैंहैं।
*देखा जा सकता हैंहैं।
 
=== काल ===
काल को दो तरह से समझा जा सकता हैं:निश्चयनय और व्यवहारनय</div>
 
==सन्दर्भ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/अजीव" से प्राप्त