"वोडाफ़ोन": अवतरणों में अंतर

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अपना कारोबार भारत में बढ़ाने के लिए अंग्रेजों ने एक भारतीय कंपनी हैच को खरीद लिया जिसके बाद उसे भारत में अपने कारोबार करने का अधिकार मिल गया। उसके बाद इसने विज्ञापनों में इसका नाम हैच से बदल कर वोडाफ़ोन कर रहा है, दिखाया गया।
 
2011 में इसने एस्सार नामक कंपनी जो इसके साथ हिस्सेदार कंपनी थी। उसे $5.46 बिलियन में खरीद लिया। इसने पिरामल समूह नामक कंपनी को भी खरीद लिया। इसके अलावा वह कई अन्य भारतीय कंपनी को खरीद रहा है।है।123<ref>http://news.biharprabha.com/2014/04/piramal-group-to-sell-vodafone-india-stake-for-rs-8900-crore/</ref>
 
== प्रकरण ==