"चार दिन की चांदनी": अवतरणों में अंतर

साँचे की जानकारी का अनुवाद
+समीक्षा
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==निर्माण==
 
==समीक्षा==
इस फिल्म की समीक्षा करते हुए दीपक असीम ने कहा कि इसमें जबरन हास्य पैदा करने की कोशिश की गई है। जिससे कहानी पूरी तरह से चौपट हो गई। फिल्म में इतनी सारी खामियाँ हैं कि गिनना और गिनाना मुश्किल है।<ref>{{समाचार सन्दर्भ|last1=असीम|first1=दीपक|title=चार दिन की चांदनी : फिल्म समीक्षा|url=http://hindi.webdunia.com/bollywood-movie-review/चार-दिन-की-चांदनी-फिल्म-समीक्षा-112031300117_1.htm|accessdate=24 फरवरी 2016|publisher=वेबदुनिया}}</ref>
 
==गाने==